बिहार के बेगूसराय में साहेबपुर कमाल में बूढ़ी गंडक नदी पर बना पुल बीच से टूटकर पानी में समा गया। मुख्यमंत्री नावार्ड योजना के तहत आहोक कृति टोल चौकी और विष्णुपुर के बीच 1343.32 लाख रुपए निर्माण लागत वाला यह 'उच्चस्तरीय आरसीसी पुल’ फरवरी 2016 में बनना शुरू हुआ था और अगस्त 2017 में इसे बनकर पूरा हो जाना था। पुल तक पहुंचाने वाला एप्रोच पथ नहीं बन पाने के कारण ज्यादा आवाजाही नहीं थी, हालांकि ट्रैक्टर तक जैसे-तैसे इससे गुजर जरूर रहे थे। ग्रामीण कार्य विभाग के राज्य मुख्यालय से इसपर प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया तो जानकारी दी गई कि पटना से अभियंता प्रमुख टीम लेकर जांच के लिए निकल गए हैं। दोषियों पर कार्रवाई होगी, लेकिन जांच के पहले औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहा जाएगा।
अगर उद्घाटन के बाद सामान्य आवाजाही के उपयोग में होता या यह घटना रविवार को दिन में होती तो कई लोगों की जान भी जा सकती थी। कुछ दिनों पहले से पुल में आ दरार आई थी, लेकिन इसपर कोई काम नहीं किया गया था। इस पुल के निर्माण का ठेका बेगूसराय जिले के तेघड़ा की मां भगवती कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। रविवार और सुबह की घटना होने के कारण अभी इस घटना पर सरकार-प्रशासन की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
विष्णुपुर आहो पंचायत के मुखिया सुबोध यादव ने बताया कि "काम शुरू होते ही अनियमितता देख विरोध किया तो कार्यपालक अभियंता ने साहेबपुर कमाल थाने में मेरे खिलाफ तीन बार रंगदारी मांग कार्य को बाधित करने का आवेदन दिया। डीएसपी बलिया ने जांच के बाद भरोसा दिलाया कि काम सही से पूरा किया होगा। लेकिन, क्या हुआ यह दिख गया है अब। ढलाई में 8 एमएम सरिया का उपयोग हुआ है।" साहेबपुर कमाल के विधायक ललन यादव ने कहा कि "इस पुल निर्माण में घोर अनियमितता बरती गई। उन्होंने कहा कि गनीमत रही कि पुल सुबह 5 बजे के पहले गिरा, वरना उद्घाटन के बगैर भी इस पुल से ट्रैक्टर तक गुजर रहे थे। भारी जानमाल का नुकसान हो सकता था।"