बुरहानपुर । नेपानगर के बाकड़ी गांव स्थित वन चौकी से अतिक्रमणकारियों द्वारा सत्रह बंदूकें लूटने का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। हालांकि पुलिस ने ये बंदूकें बरामद कर ली हैं, लेकिन इस घटना को लेकर प्रदेश के आला अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। यही वजह है कि शनिवार को प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह विभाग राजेश राजौरा वन चौकी बाकड़ी पहुंचे। उन्होंने चौकीदार भोला से पूछा कि अतिक्रमणकारियों ने कैसे लूट ली थीं बंदूकें। घटनाक्रम की पूरी जानकारी लेने के बाद उन्होंने डीएफओ प्रदीप मिश्र से भी पूछा कि यहां बंदूकें क्यों रखवाई गई थीं और चौकियों में सुरक्षा के लिए अब क्या प्रबंध किए हैं। राजौरा शुक्रवार देर रात ही बुरहानपुर पहुंच गए थे। सुबह एसपी राहुल लोढ़ा, कलेक्टर भव्या मित्तल, डीएफओ प्रदीप मिश्र सहित अन्य अधिकारियों के साथ नेपानगर पहुंचे। वहां से बाकड़ी गांव पहुंचे। अपर मुख्य सचिव गृह के इस दौरे से मीडिया को पूरी तरह दूर रखा गया था। यहां तक कि राजेश राजौरा ने मीडियाकर्मियों से बात करने से भी इनकार कर दिया।
शाम को ली अफसरों की बैठक
नेपानगर से लौटने के बाद शाम करीब पांच बजे उन्होंने कलेक्टर, एसपी, डीएफओ सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक को भी गोपनीय रखा गया था। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान राजौरा ने अतिक्रमणकारियों से निपटने, वन चौकियों की सुरक्षा व अन्य सावधानियों से संबंधित निर्देश दिए हैं। बैठक के बाद देर शाम वे भोपाल रवाना हो गए। इधर शनिवार को दिनभर मुख्यमंत्री के बाकड़ी गांव पहुंचने की चर्चा भी चलती रही। ज्ञात हो कि शनिवार को अचानक मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर से डिंडोरी जिले के एक गांव पहुंच गए थे। जिसके चलते कयास लगाए जा रहे थे कि वहां से वे बुरहानपुर के बाकड़ी पहुंच सकते हैं। शाम पांच बजे तक उनके आने की सूचना नहीं मिलने के बाद कयासों का दौर खत्म हुआ।