जयपुर: मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत सरकार प्रति लीटर दूध पर 5 रुपए अतिरिक्त भुगतान करती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर वित्त विभाग से राशि मिलने के बाद दिवाली से ठीक पहले आरसीडीएफ ने दुग्ध उत्पादकों को 183.22 करोड़ रुपए का भुगतान कर तोहफा दिया है। इससे प्रदेशभर के 3.25 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों को फायदा हुआ है। इतना ही नहीं महासंघ से संबद्ध विभिन्न जिला दुग्ध संघों की दुग्ध समितियों द्वारा दिवाली से पहले प्रदेशभर के दुग्ध उत्पादकों को 20 करोड़ रुपए से अधिक का लाभांश अलग से वितरित किया गया है। यह जानकारी देते हुए राजस्थान सहकारी डेयरी महासंघ की प्रबंध निदेशक श्रुति भारद्वाज ने दी है।
भारद्वाज ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत 600 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया था। दिवाली से पहले राज्य सरकार से राशि मिलने पर आरसीडीएफ ने दुग्ध उत्पादकों को डीबीटी के माध्यम से 183.22 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है। मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत अनुदान एवं लाभांश वितरण से प्रदेश भर के दुग्ध उत्पादकों में खुशी की लहर है।
भारद्वाज ने कहा कि राजस्थान राज्य की सहकारी डेयरियों में दुग्ध संग्रहण में निरंतर हो रही वृद्धि में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों को दिए जाने वाले अनुदान का बहुत बड़ा योगदान है। राजस्थान राज्य के सभी दुग्ध उत्पादकों को यह विश्वास दिलाया गया है कि आरसीडीएफ दुग्ध उत्पादकों की सामाजिक एवं आर्थिक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।