हैदराबाद: एसएस राजामौली अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वे भारतीय सिनेमा के सबसे रचनात्मक फिल्म निर्माताओं में से एक हैं। उनके असाधारण काम का सबूत “बाहुबली” और “आरआरआर” जैसी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फ़िल्में हैं। हालांकि निर्देशक ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है जिसने उनके लिए चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं।
बता दें कि, राजामौली ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने अपने पेशेवर प्रयासों और निजी जीवन के पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने अपने नास्तिक होने के बारे में भी बयान दिया। इस बातचीत के दौरान निर्देशक ने एक ऐसी टिप्पणी की जिससे विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में एसएस राजामौली ने प्रसिद्ध पत्रकार अनुपमा चोपड़ा को एक इंटरव्यू दिया। इस बातचीत के दौरान उन्होंने भगवान राम की तुलना में रावण को प्राथमिकता दी। बाहुबली के निर्देशक ने कहा कि, बचपन में लोगों को किताबों के माध्यम से सिखाया जाता था कि पांडव पुण्यवान थे और कौरव दुष्ट थे। इसी तरह साहित्य में भगवान राम को अच्छा और रावण को बुरा बताया गया। हालांकि, उन्होंने कहा कि, जैसे-जैसे कोई परिपक्व होता है और इस विषय पर अधिक ज्ञान प्राप्त करता है, ये धारणाएं अक्सर पूरी तरह से उलट दिखाई देती हैं।
राजामौली बोले – ‘मैं भगवान राम से ज़्यादा रावण को पसंद करता हूँ’
राजामौली ने आगे बताया कि, रावण उनका पसंदीदा किरदार है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मैं भगवान राम से ज़्यादा रावण को पसंद करता हूँ। मुझे शक्तिशाली खलनायकों से बहुत लगाव है। मुझे रावण का किरदार काफी आकर्षक लगा। मेरी राय में, खलनायक ऐसा होना चाहिए जिसे हराना बेहद मुश्किल हो।”
पत्नी के एक्सीडेंट पर पागलों की तरह रोए थे राजामौली
राजामौली ने अपनी पत्नी की दुर्घटना से जुड़ी घटना को याद किया जो 2009 में उनकी फिल्म ‘मगधीरा’ की शूटिंग के दौरान हुई थी। निर्देशक ने बताया कि, मैं डरा हुआ था। मेरे दिमाग में यह बात कौंधी कि ‘क्या मैं भगवान से प्रार्थना कर रहा हूं?’ लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैं पागलों की तरह रोए जा रहा था और डॉक्टर्स को फोन करता जा रहा था और वह सब कर रहा था, जिसकी जरूरत थी।”