ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक ऐसा स्केल है, जो विभिन्न फूड्स में मौजूद कार्बोहाइड्रेट की संख्या को 0 से 100 तक नापता है, जिससे इसका अंदाजा लगता है कि व्यक्ति के शरीर में शुगर स्पाइक कितनी तेजी से होगा। ये संख्या जितनी कम होगी खाना उतना ही अधिक पौष्टिक होगा और शुगर स्पाइक धीमी गति से करेगा। इसलिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स फायदेमंद माने जाते हैं। 0 से 55 तक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स कहलाते हैं। 56 से 69 तक मीडियम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और 70 से 100 तक वाले हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड कहलाते हैं।
इनका सेवन करने से खाना धीमी गति से पचता है, इंसुलिन रेजिस्टेंस को घटाता है, कोलेस्ट्रोल लेवल कम करता है और ब्लड शुगर लेवल तेजी से स्पाइक नहीं करता है। खासकर डायबिटीक लोगों को इसकी जानकारी जरूर होनी चाहिए, जिससे वे अपनी डाइट संतुलित और पौष्टिक बना सकें। ऐसे में आज इस आर्टिकल में बताएंगे लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कुछ फूड्स, जिन्हें डायबिटीज के मरीज बेझिझक डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सेब
सेब का ग्लाइसेमिक इंडेक्स तकरीबन 36 होता है, जो उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो अपना शुगर लेवल कंट्रोल करना चाहते हैं। सेब में मौजूद फाइबर, पेक्टिन, शुगर के पाचन क्रिया को धीमा करता है जिससे शुगर स्पाइक नहीं होता है।
अमरूद
अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 12 होता है और ये फाइबर, विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जिससे इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ये ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
काबुली चना
ग्लाइसेमिक इंडेक्स 28 वाले काबुली चने में ढेर सारा प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है और साथ ही इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और कई विटामिन भी पाए जाते हैं, जिससे ये बेस्ट डायबिटीक फ्रेंडली फूड कहलाता है। इसे उबाल कर इसका सलाद बना कर खाएं या फिर हल्का भून कर नमक चाट मसाला के साथ आनंद लें।
गाजर
बीटा-कैरोटिन और विटामिन-ए युक्त गाजर आंखों के लिए बेस्ट होती है, ये तो सभी जानते हैं, लेकिन ग्लाइसेमिक इंडेक्स 39 स्कोर होने के कारण गाजर डायबिटीक लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प कहलाता है।
पालक
15 स्कोर के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ पालक एक हेल्दी फूड कैटेगरी में आता है। यह ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। ब्लड शुगर पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है और आराम से डायबिटीक व्यक्ति इसका किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं। आप इसे पालक सूप, जूस, सब्जी, स्मूदी के रूप में डाइट में शामिल करते हैं।