Aadhaar Card Update: आधार कार्ड मौजूदा समय में कई वित्तीय कार्यों से जुड़ा हुआ है। बिना आधार कार्ड के कई सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं से जुड़े काम करने में समस्या आ सकती है। यहां तक की बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करना अनिवार्य है।अगर आधार को बैंक अकाउंट से लिंक नहीं कराया जाता है तो पैसे निकालने में समस्या आ सकती है। इन दिनों साइबर क्राइम (Cyber Crime) की मानो बाढ़ सी आ गई है। लोग अपने डेटा को लेकर बहुत असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। सबसे पहले आधार कार्ड (Aadhaar Card) डेटा को लेकर लोगों के मन में सवाल उठता है कि अमुक जगह पर हमने अपने आधार कार्ड डेटा का इस्तेमाल किया था, जहां से वह लीक हो सकता है। इस बात की आशंका हमेशा मन में बनी रहती है।
आधार नंबर होना ही पर्याप्त नहीं
एक बात तो यह तय है कि स्कैमर्स के लिए आपका बैंक खाता हैक करने के लिए केवल आपका आधार नंबर होना ही पर्याप्त नहीं है।हालांकि, सतर्क रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि आपके आधार नंबर जैसी पर्सनल डीटेल्स साझा करने से संभावित रूप से आपकी पहचान की चोरी या घोटाले हो सकते हैं। कई फाइनेंशियल वर्क से आधार नंबर जुड़े होने के कारण लोगों के मन में यह डर हो सकता है कि अगर किसी को आधार नंबर पता है तो वे उन सभी ऐप्स और सर्विस तक पहुंच पा सकते, जिनके साथ आधार नंबर लिंक है।
रिपोर्ट के मुताबिक, आधार नंबर किसी को पता होने से यह संभव नहीं है कि कोई उस व्यक्ति के बैंक अकाउंट तक पहुंच पा सकता है। उन्होंने कहा कि जबतक ओटीपी, स्कैनर डिवाइस पर बायोमेट्रिक, फेस आईडी या आईरिस का यूज नहीं किया जाता है तबतक आपका बैंक अकाउंट सेफ होता है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो साइबर अपराधियों ने प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट्स से लोगों के उंगलियों की नकल ली और फिर ईपीएस के माध्यम से मोटी रकम निकाला। साल 2022 में इससे जुड़े कुछ मामले देखे गए हैं।
कैसे सुररिक्षत है
सरकार ने आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम का उपयोग करके पैसे चुराने के लिए साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली तकनीकों का संज्ञान लिया है और सुरक्षा प्रोटोकॉल को अपडेट किया है। वित्त मंत्रालय की ओर से एक बयान में कहा गया है कि फिंगरप्रिंट बेस्ड आधार अथेंटिफिकेशन के दौरान नकली फिंगरप्रिंट के उपयोग से एईपीएस धोखाधड़ी को रोकने के लिए यूआईडीएआई ने एक इन-हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत की है।
कैसे बॉयोमेट्रिक जानकारी करें अपडेट
UIDAI के मुताबिक, अगर आप अपने आधार का उपयोग नहीं कर रहे हैं तो आप इसे लॉक करके रख सकते हैं। यह विकल्प आपको यूडीआई की वेबसाइट पर मिल जाएगा और जब यूज करना चाहें तो इसे अनलॉक कर सकते हैं। इससे आपके आधार का कोई दुरुप्रयोग नहीं कर पाएगा।
इन बातों पर ध्यान दे
घोटालेबाजों को आमतौर पर आपके बैंक खाते (Bank Account) को हैक करने के लिए आपके आधार नंबर (Aadhaar Number) से अधिक की आवश्यकता होती है। उन्हें आम तौर पर आपके बैंकिंग क्रेडेंशियल, पासवर्ड या दूसरी संवेदनशील डीटेल्स जैसी अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता होगी।
- संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखें। फ़िशिंग ईमेल या संदेशों का उपयोग कर सकते हैं।
- कोई भी जानकारी प्रदान करने से पहले हमेशा अनुरोधों की प्रामाणिकता सत्यापित करें।
- सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ने के लिए अपने बैंक खातों और अन्य संवेदनशील ऑनलाइन सेवाओं के लिए 2FA सक्षम करें।
- खातों की नियमित निगरानी करें।