क्या आपकी भी सुबह बिना चाय-कॉफी के नहीं होती है और फिर सुबह की चाय-कॉफी का ये सिलसिला तब तक चलता रहता है, जब तक कि आपका शरीर खुद ही जवाब न देने लगे। जी हां, बहुत सारे लोगों को चाय-कॉफी की इतनी अधिक लत होती है कि उसका असर शरीर में दिखने लगता हैं।आमतौर पर लोग चाय-कॉफी का सेवन आलस और थकान दूर करने के लिए करते हैं, क्योंकि ये पेय पदार्थ शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। ऐसे में आपको चाय-कॉफी के सेवन के साथ ही बेहतर महसूस होता है, पर जब आप इसका सेवन अधिक मात्रा में करने लगते हैं तो आपका शरीर इसका संकेत देना शुरू कर देता है।
पेट में गैस बनना
अधिक चाय या कॉफी के सेवन से शरीर में सबसे बड़ा जो लक्षण नजर आता है, वो है पेट में गैस की समस्या। असल में चाय में मौजूद टैनिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट, गैस बनाता है। वहीं ज्यादातर लोग दूध वाली चाय का सेवन करते हैं और दूध में लगभग 2.8 प्रतिशत तक लैक्टोज होता है, जिसके कारण भी गैस की समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में जब आप बहुत अधिक चाय का सेवन करते हैं गैस के कारण पेट में सूजन की समस्या भी हो सकती है। कई बार तो इसका प्रतिकूल प्रभाव आंतों पर भी पड़ता है, जो पेट से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए घातक हो सकता है।
ब्लड प्रेशर का हाई होना
अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं है और न ही आप कोई अधिक मेहनत वाला काम कर रहे हैं, लेकिन फिर भी आपका ब्लड प्रेशर का हाई रहता है तो फिर यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आप बहुत अधिक चाय-कॉफी का सेवन कर रहे हैं। दरअसल, कैफीन रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे हृदय गति और ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर और दिल के रोगियों के लिए चाय-कॉफी का अधिक सेवन खतरनाक हो सकता है।
स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव
अगर अचानक से आपकी स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव दिखने लगे, रात में सोने में दिक्कत महसूस हो तो फिर यह चाय या कॉफी के अधिक सेवन का संकेत हो सकता है। असल में कैफीन का काफी कुछ असर आपके मस्तिष्क पर पड़ता है और यह एडेनोसिन रिसेप्टर्स में बाधा बनता है। जबकि एडेनोसिन नींद के लिए जरूरी कम्पाउंड है, दिमाग में जितना अधिक इसका निर्माण होता है, उतनी अधिक व्यक्ति को नींद आती है। ऐसे में जब आप कैफीन का अधिक सेवन करते हैं तो एडेनोसिन में कमी के कारण नींद में खलल होती है।
सीने में जलन
चाय-कॉफी के बहुत अधिक सेवन के कारण पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में एसिड रिफ्लक्स की स्थिति बनती है और इससे सीने में जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आपको बार-बार सीने में जलन की दिक्कत पेश आ रही है तो यह इस बात का संकेत है कि आप हद से अधिक कैफीन ले रहे हैं।
तनाव और चिड़चिड़ापन
अगर बेवजह आपका मूड खराब हो रहा है, हर छोटी बात-बात पर गुस्सा या तनाव महसूस हो रहा है तो यह भी चाय-कॉफी के अधिक सवन का संकेत हो सकता है। असल में कैफीन की अधिक मात्रा कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाता है और चूंकि कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हॉर्मोन है। ऐसे में आप जितना अधिक कैफीन लेते हैं आपका तनाव भी उतना ही बढ़ता जाता है।
हड्डियों की कमजोरी
चाय-कॉफी का बहुत अधिक सेवन हड्डियों के लिए भी नुकसानदेह होता है। दरअसल, कैफीन की अधिक मात्रा से शरीर में कैल्शियम की कमी होता है, जिससे सीधे तौर पर हड्डियों को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए अगर आपको कमर या पीठ दर्द की लगातार शिकायत रहती है तो इससे बचने के लिए चाय-कॉफी का सेवन कम करना चाहिए।