एलिवेटेड टैक्सी-वे : अब तक आप एरपोर्ट जाते थे कि आपको प्लेन रनवे पर खड़ी दिखाई देते थे. लेकिन अब दिल्ली में आपको प्लाईओवर के उपर हवाई जहाज खड़ा दिखाई देगा. चौंक गए न.. जी हां ऐसा ही कुछ नजारा आपको दिल्ली में जल्द देखने को मिल सकता है. नीचे फ्लाइओवर पर गाड़ियां चलती दिखाई देंगी और उपर प्लेन खड़ा दिखाई देगा.
दरअसल दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर अभी कई अहम निर्माण हो रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा निर्माण एलिवेटेड टैक्सी-वे का हो रहा है। यह भारत का पहला एलिवेटेड टैक्सी-वे है। माना जा रहा है कि यह सितंबर से शुरू हो सकता है। एलिवेटेड टैक्सी-वे टर्मिनल-1 व टर्मिनल-3 को आपस में जोड़ने का कार्य करेगा। इसके शुरू होने से टर्मिनल-3 में अधिक विमानों की आवाजाही हो सकेगी। कई बार पर्याप्त जगह के अभाव में विमानों को उड़ान भरने में विलंब की समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि टैक्सी-वे पर जगह नहीं मिलने के कारण विमानों को टर्मिनल के पास खड़ा किया जाता है। इससे विमानों के आवागमन में दिक्कत होती है। साथ ही ये एलिवेटेड टैक्सी-वे टर्मिनल 1 व टर्मिनल 3 को आपस में जोड़ने का कार्य करेगा।
सितंबर में हो सकता है शुरू
आईजीआई पर बन रहे इस नए टैक्सी-वे की लंबाई 1.8 किमी और चौड़ाई 203 मीटर होगी। यह टैक्सी-वे एक 8 मीटर ऊंचे पुल पर होगा। सूत्रों की मानें तो बीसीएएस और डीजीसीए के इंजीनियरों ने इस टैक्सी-वे की जांच शुरू कर दी है और इसी से उम्मीद लगाई जा रही है कि सितंबर में इसको खोल दिया जाए।
टैक्सी-वे के फायदे
नया टैक्सी वे विमानों के खड़े होने की जगह की किल्लत को काफी हद तक कम करने में सहायक होगा। अभी आइजीआइ के रनवे संख्या 29/11 से विमान को उड़ान भरने के लिए 9 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी होती है। नए टैक्सी-वे के शुरू होने के बाद यह दूरी काफी कम हो जाएगी। रनवे पर उतरने या उड़ान भरने के दौरान विमानों के संचालन समय मे कमी आएगी। इसके अलावा इंधन की खपत में काफी कमी होगी। इससे कार्बन उत्सर्जन भार को और कम किया जा सकेगा। जीएमआर समूह के उप प्रबंध निदेशक आई प्रभाकर राव ने बताया कि डायल द्वारा एयरपोर्ट पर पर्यावरण सुरक्षा के लिए के नए पहल किये जा रहे हैं।
पिछले साल शुरू होना था टैक्सी-वे
बता दें कि इस टैक्सी-वे का निर्माण पिछले साल तक पूरा होने था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसके निर्माण के में काफी देर हुई है।
कई एयरपोर्ट्स पर भी है टैक्सी-वे की व्यवास्था
जानकारी के अनुसार, आईजीआई पर बन रहे टैक्सी-वे जैसे टैक्सी-वे का निर्माण दुनिया भर के कई देश अपने हवाई अड्डों पर कर चुके हैं। इन सभी स्थानों पर सुरक्षित कारकों का अध्ययन कर इसका निर्माण यहां किया गया है।