ISRO XPoSat Launch : ISRO नए साल के पहले दिन सोमवार को अपने पहले एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह का प्रक्षेपण करने के लिए तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) नए साल के पहले दिन सोमवार को अपने पहले एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह (XPoSAT) का प्रक्षेपण करने के लिए तैयार है। यह मिशन ब्लैक होल जैसी खगोलीय रचनाओं के रहस्यों से पर्दा उठाएगा। इसरो साल के पहले अंतरिक्ष मिशन में एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) लॉन्च करने वाला है। इस मिशन के माध्यम से अमेरिका के बाद भारत ब्लैक होल (आकाशगंगा) और न्यूट्रॉन सितारों का अध्ययन करने के लिए एक विशेष सैटेलाइट भेजने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। सैटेलाइट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा।
सैटेलाइट इस समय होगी लॉन्च
सैटेलाइट को 9 बजकर 10 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन के माध्यम से अमेरिका के बाद भारत ब्लैक होल (आकाशगंगा) और न्यूट्रॉन सितारों का अध्ययन करने के लिए एक विशेष सैटेलाइट भेजने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। यह मिशन करीब पांच साल का होने वाला है। इसरो के चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 मिशन के बाद यह देश का अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में एक नया ऐतिहासिक कदम होगा।
यहां देख सकेंगे लाइव
इसरो के इस मिशन को उसकी आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया चैनल पर लाइव देखा जा सकेगा। XPoSat को PSLV-C58 अंतरिक्ष यान द्वारा ले जाने के लिए पूर्व की ओर कम झुकाव वाली कक्षा में स्थापित किया जाएगा। पीएसएलवी-सी58 राकेट एक्सपोसेट के साथ 10 अन्य उपग्रहों ‘PSLV ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल’ को भी अंतरिक्ष में ले जाएगा।
इसरो ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से साल का पहला मिशन लॉन्च किया जाएगा। मिशन की लॉन्चिंग के साथ ही भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन जाएगा, जिसने ब्लैक होल और न्यूट्रॉन स्टार्स की स्टडी के लिए स्पेशलाइज्ड एस्ट्रोनॉमी ऑब्जर्वेट्री को स्पेस में भेजा है। एक्सपोसैट एक तरह से रिसर्च के लिए एक ऑब्जर्वेट्री है, जो अंतरिक्ष से ब्लैक होल और न्यूट्रॉन स्टार्स के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाएगी।