जम्मू कश्मीर की पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने पुलिस पर एक शख्स को झूठे आरोप में हिरासत में लेने और पुलिस यातना के दौरान मौत का आरोप लगाया है, हालांकि पुलिस ने महबूबा मुफ्ती के आरोप का खंडन किया है और कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. महबूबा मुफ्ती ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट किया कि बिलावर के निवासी 25 वर्षीय मक्खन दीन को बिलावर के एसएचओ ने ओवर ग्राउंड वर्कर होने के झूठे आरोप में हिरासत में लिया. कथित तौर पर उसे बुरी तरह पीटा गया और यातना दी गई, उससे जबरन कबूलनामा करवाया गया और आज दुखद रूप से उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि उसके बाद इलाके को सील कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे व्यापक दहशत फैल गई है. लगातार कार्रवाई की जा रही है और और लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है. यह घटना बेगुनाह युवकों को झूठे आरोपों में फंसाने के परेशान करने वाले पैटर्न का अनुसरण करती प्रतीत होती है. मैं जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से तत्काल जांच शुरू करने का आग्रह करती हूं.
मुफ्ती के आरोप को पुलिस ने किया खंडन
महबूबा मुफ्ती के ट्वीट के बाद पुलिस ने यातना के आरोप का खंडन किया है. पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महबूबा मुफ्ती का आरोप निराधार और भ्रामक है. बिलावर कस्बे में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, यातायात सुचारू रूप से चल रहा है, बिलावर में सामान्य दिनचर्या चल रही है, बिलावर में युवा अपने जीवन का आनंद ले रहे हैं, स्कूल जा रहे हैं, कॉलेज की दिनचर्या सुचारू रूप से चल रही है. पुलिस की ओर से बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, जिला कठुआ में इंटरनेट सुविधा बाधित नहीं हुई है. महबूबा मुफ्ती के ट्वीट में जो कुछ भी कहा गया है वह सच नहीं है, मखनदीन पाक से निष्कासित आतंकवादी दीन उर्फ स्वर गुज्जर का भतीजा था, वह उसी समूह की मदद कर रहा है जिसने जुलाई 2024 में बदनोटा सेना के काफिले पर हमला किया था, जिसमें 4 सेना के जवान शहीद हुए थे. पुलिस ने कहा कि यह वही समूह है जिसने कोहाग ऑपरेशन में एचसी बशीर की हत्या और शहादत का नेतृत्व किया था. उससे पूछताछ की गई और फिर उसकी पोल खुल गई, वह घर गया और आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने विभागीय जांच का दिया आदेश
इस संबंध में, डीसी कठुआ राकेश मन्हास, आईएएस द्वारा संज्ञान लिया गया है और एक मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं।. एडिशनल एसपी ऑपरेशन बिलावर आमिर इकबाल, डिप्टी एसपी जावेद तबस्सुम, एसडीपीओ बिलावर नीरज पडियार जेकेपीएस संबंधित एसएचओ मौके पर पहुंचे और उसके परिवार के सदस्यों से मिले और निष्पक्ष और पारदर्शी जांच का आश्वासन दिया. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं जो शिव कुमार-आईपीएस डीआईजी जेएसके रेंज द्वारा की जाएगी. जांच अधिकारी को जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपने का निर्देश दिया गया है. जनता से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस के साथ सहयोग करें.