PM मोदी के सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन की खबर उड़ती रही। यह और बात है कि उन्होंने चुपके से ट्विटर पर बड़ी न्यूज दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने आज मिशन दिव्यास्त्र का सफल परीक्षण किया। यह मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि एक ही मिसाइल अलग-अलग स्थानों पर धमाका कर सकेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए प्रधानमंत्री ने पूरी डीआरडीओ टीम को बधाई दी।
खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट की डायरेक्टर एक महिला हैं। इसमें महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। मिशन दिव्यास्त्र के परीक्षण के साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है जिनके पास एमआईआरवी क्षमता है। यह प्रणाली स्वदेशी एवियोनिक्स प्रणालियों से सुसज्जित है। पीएम मोदी ने मिशन दिव्यास्त्र के परीक्षण के बारे में ट्वीट के जरिये जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने इस मिशन के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
डेढ़ मिनट में तबाह हो सकता है पाकिस्तान
अग्नि-5 मिसाइल की रेंज और इसकी रफ्तार ही इसकी खासियत है, यह चीन और पाकिस्तान को पल भर में तबाह कर सकती है. दिल्ली से बीजिंग की दूरी 3791 किमी है, यह दूरी तय करने में इस मिसाइल को 12.63 मिनट लगेंगे. इसके अलावा पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचने में यह सिर्फ डेढ़ मिनट लगी. इतने कम समय में यह नई दिल्ली से इस्लामाबाद की 679 किमी की दूरी तय कर लेगी. मारक क्षमता को देखें तो पाकिस्तान के आगे अफगानिस्तान और ईरान तक इसकी जद में होंगे.