भोपाल। मध्य प्रदेश अब देशी और विदेशी मेहमानों को खूब लुभा रहा है। धार्मिक स्थलों से लेकर ऐतिहासिक धरोहरों, गौरवशाली इतिहास के साक्षी जगहों का सरकार ने जो कायाकल्प किया है, अब उसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। प्रदेश की प्राकृतिक झटा, यहां का सौंदर्य, वन्यजीव, जंगल एवं आध्यात्मिक अनुभव का आनंद लेने के लिए रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। इससे प्रदेशवासियों को बडी संख्या में रोजगार मिल रहा है और आय बढाने में मदद मिल रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक उज्जैन पहुंचे हैं, जिनकी संख्या 5 करोड़ 28 लाख से ज्यादा रही, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। मध्य प्रदेश में जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक मध्य प्रदेश में 11 करोड़ 21 लाख पर्यटक पहुंचे हैं, जिनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या एक लाख 83 हजार रही। 2019 में कोविड प्रतिबंध लागू होने से पहले कुल 8,90,35,097 पर्यटकों का आगमन हुआ था। 2022 में पर्यटकों की संख्या 3,41,38,757 रही थी। यह जानकारी मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने दी। प्रदेश के सर्वश्रेष्ट 10 स्थानों में से पांच गंतव्य धार्मिक स्थल उज्जैन, मैहर, चित्रकूट, ओंकारेश्वर और सलकनपुर हैं। प्रमुख सचिव शुक्ला के अनुसार कई लोग धार्मिक स्थलों पर जाकर मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। धार्मिक स्थलों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। यह स्थल प्राचीन इतिहास, वास्तुकला और संस्कृति का अद्भुत मिश्रण होते हैं। उज्जैन में महाकाल लोक, ओंकारेश्वर में एकात्म धाम जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं ने भी प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने में मदद की है। शुक्ला के अनुसार, सलकनपुर में देवी लोक, ओरछा में राजा राम लोक, छिंदवाड़ा में हनुमान लोक, चित्रकूट में श्रीराम वनगमन पथ जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाएं पूर्ण होने के बाद निश्चित ही प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में ओर वृद्धि होगी।
बुनियादी ढांचे के विकास के चलते रिकार्ड बढोतरी
शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि पर्यटकों की रिकॉर्ड वृद्धि प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास, धार्मिक पर्यटन में वृद्धि के साथ ही हमारी अनूठी सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और सभी आगंतुकों के लिए एक यादगार अनुभव सुनिश्चित करने के हमारे ठोस एवं समर्पित प्रयासों का प्रमाण है। अपनी सेवाओं में लगातार सुधार कर और अपने क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और जीवंत परंपराओं को प्रचारित कर हम सफलतापूर्वक अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसका फायदा स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिल रहा है और साथ ही हमारे समुदायों के विकास हेतु स्थायी अवसर सृजित हो रहे हैं।
उज्जैन के बाद मैहर रहा पंसदीदा
मध्य प्रदेश में उज्जैन के बाद के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक मैहर आए। साल भर में मैहर में देवी दर्शन के लिए 16849000 पर्यटक पहुंचे। वहीं इंदौर इस मामले में तीसरे स्थान पर रहा है। इंदौर में कुल 10119030 लोग अन्य राज्यों और विदेश से पहुंचे। इसके बाद चित्रकूट 9001126, ओंकारेश्वर- 3475000, जबलपुर 2669869, सलकनपुर 2565000, नर्मदापुरम पचमढ़ी, मढ़ई, नर्मदापुरम, आदमगढ़ 2283837, रायसेन भीमबेटका, सांची, भोजपुर 2137058, भोपाल 1950965 पर्यटकों ने प्रदेश में अपने दिन गुजारे हैं।
पिछले तीन सालों से लगातार बढ रही पर्यटकों की संख्या
2023 11,21,29,094
2022 3,41,38,757
2021 2,55,95,668