रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस पार्टी ईडी की कार्रवाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगी। इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी का पुतला जलाएंगे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। पार्टी ने इस संबंध में सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश जारी किए हैं।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापा मारा। यह कार्रवाई करीब 10 घंटे तक चली। इस दौरान ईडी की टीम ने भूपेश बघेल से पूछताछ की और 32-33 लाख रुपए नकद और कुछ दस्तावेज जब्त किए। बताया जा रहा है कि इन दस्तावेजों में मंतूराम मामले से जुड़ी एक पेन ड्राइव भी शामिल है।
भाजपा हमेशा ईडी को आगे रखती है- भूपेश
छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि उनकी आवाज दबाने की ताकत किसी में नहीं है। उन्होंने कहा, पूरा देश और प्रदेश जान गया है कि भाजपा सीधे चुनाव नहीं लड़ सकती। वह हमेशा ईडी को आगे रखती है। सीडी कांड की जांच दबाव में की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए भाजपा बौखलाई हुई है। भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि उनसे घर में मौजूद संपत्ति के बारे में पूछताछ की गई। उन्होंने कहा, मैंने विधानसभा में विजय शर्मा से पूछताछ की थी। उस सवाल के बाद ईडी को भेजा गया। भाजपा की घबराहट के कारण यह छापेमारी की गई।
सात घंटे तक की गई पूछताछ
ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने कई दस्तावेज और 6 मोबाइल फोन जब्त किए। साथ ही सिम कार्ड और नोट गिनने की मशीन भी बरामद की गई। ईडी की टीम ने भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से करीब 7 घंटे तक पूछताछ की।
कांग्रेस का विरोध
एक दिन पहले भी कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक बताते हुए पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने भूपेश बघेल के आवास के बाहर एकत्र होकर 'रघुपति राघव राजा राम' भजन गाकर विरोध जताया।
इन मामलों में ईडी की पूछताछ
ईडी की जांच आबकारी घोटाले और अन्य मामलों से जुड़ी है। इसके तहत कांग्रेस नेताओं, रियल एस्टेट कारोबारियों, राइस मिलर्स, सराफा कारोबारियों और होटल कारोबारियों से पूछताछ की जा रही है। ये सभी भूपेश बघेल के करीबी बताए जाते हैं।