सीकर। गांव में अस्पताल नहीं होने का मुद्दा गांव की बैठक में उठा तो प्रस्ताव आया कि हमारे गांव में ही क्यों न एक 100 बैड का अस्पताल बनाया जाए। सभी ने सहमति तो दे दी लेकिन जमीन कहां से मिलेगी। इस पर एक परिवार ने अपनी करोड़ों की जमीन अस्पताल के लिए दान कर दी। बस फिर क्या था मात्र एक घंटे के भीतर लोगों ने अस्पताल के लिए ढाई करोड़ रुपए सहयोग करने की घोषणा कर दी।
ऐसा ही कुछ हुआ बाबा लक्कड़दास खिवादास चैरिटेबल ट्रस्ट की बैठक में। यह बैठक अखिल भारतीय सांगलिया धूणी के पीठाधीश्वर स्वामी ओमदास महाराज के सानिध्य में हुई। इसमें स्वामी ओमदास महाराज ने अस्पताल खोलने का प्रस्ताव रखा और ग्रामीणों की पीड़ा बताई। तत्काल भामाशाह दुलाराम देवाराम बुरड़क ने अस्पताल के लिए जमीन दान कर दी। बैठक में जुड़े देश-प्रदेश के भामाशाहों ने 2 करोड़ 51 लाख की राशि अस्पताल निर्माण के सहयोग करने की घोषणा की।
ट्रोमा सेंटर भी होगा शुरू
यह अस्पताल सांगलिया धूणी की ओर से संचालित होगा। बाबा लक्कड़दास खिवादास चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 100 बेड के अस्पताल के साथ ट्रोमा सेंटर भी शुरू किया जाएगा। इससे इलाके के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
यह भामााशाह आए आगे
अस्पताल के प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए 150 से ज्यादा प्रबुद्धजनों की बैठक हुई। इस दौरान दुबई प्रवासी सोहनलाल मेघवाल ने 51 लाख और ओंकार मुंड ने 51 लाख रुपए देने की घोषणा की। वहीं सुरेन्द्र सिंह कांसेड़ा ने 20 लाख, 11 लाख अमरसिंह धीरज मुकुंदगढ़, 11 लाख कैलाश सुभाष रामावतार संजय लांपुआ, 5.51 लाख प्रमोद आर्य कुचामन, 5.51 लाख डॉ बीएल रणवा लोसल, 5.51 लाख सत्यनारायण कालिका लोसल, 5.51 लाख इकबाल खान, 5.51 लाख गोपाल गांधी चेयरमैन नावां, 5.51 लाख श्याम प्रताप सिंह रूवां, 5.51 लाख गौतम खाटूवाला करण वर्मा, 5.51 लाख महेंद्र नानी, महेंद्र नरनोलिया सरपंच मुकेश कल्याण, 5.21 लाख मदनलाल ठेकेदार, 2.51 लाख संजय मेव गोकुलपुरा, 2.51 लाख महावीर गोकुलपुरा, सवा दो लाख मोहनलाल बजाड़, दो लाख मदनचंद छोटूराम तारपुरा, दो लाख नरेश आर्य महावीरप्रसाद गोकुलपुरा, दो लाख राकेश बाजाड़, दो लाख दिनेश कुचामन सिटी, दो लाख मुकेश रणवा आदि ने दी।
नहीं जाना पड़ेगा सीकर-जयपुर
सांगलिया धूणी पीठाधीश्वर स्वामी ओमदास महाराज ने बताया कि इलाके में लंबे अर्से से अस्पताल की कमी महसूस की जा रही थी। ऐसे में ट्रस्ट ने सामाजिक सेवा की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अस्पताल निर्माण का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल बनने से मरीजों को अब सीकर व जयपुर नहीं जाना पड़ेगा।