भोपाल । मध्यप्रदेश का बुरहानपुर देश का पहला जिला बन गया है जहां वनों में अतिक्रमण रोकने के लिए वन विभाग को आधार कार्ड का सहारा लेना पड़ा रहा है। नेपानगर तहसील के ग्राम नावरा के वन क्षेत्र घाघरला और आसपास के जंगलों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने ये नई व्यवस्था लागू की है। यहां हर आने-जाने वाले व्यक्ति की जानकारी नोट की जा रही है साथ ही उनका आधार कार्ड भी चेक किया जा रहा है।
बुरहानुपर जिले की नावरा रेंज में लगातार जंगल काटा जा रहा है। इस क्षेत्र में अतिक्रमणकारी काफी सक्रिय हैं। अक्टूबर 22 में अतिक्रमणकारियों ने पानखेड़ा के जंगल में जमकर तबाही मचाई। यहां जंगल काटने के बाद पेड़ों के ढेर लगाकर आग तक लगा दी गई थी। यहां के बाद अतिक्रमणकारी घाघरला के जंगल में घुसे और वहां कटाई करने लगे थे। हाल ही में 28 नवंबर की रात बदमाशों ने बाकड़ी वन चौकी से 17 बंदूकें और 652 कारतूस लूट लिए। हालांकि दूसरे दिन पुलिस ने बंदूकें रिकवर कर लीं। इस घटना के बाद से वन क्षेत्र में सख्ती और बढ़ा दी गई है। प्रशासन की सख्ती के बाद यहां घुसे करीब 200 से अधिक अतिक्रमणकारी अब भूमिगत हो गए हैं। प्रशासनिक वन पुलिस की टीम ने घाघरला के जंगल में घुसकर सर्चिंग कर रही हैं।
जंगल में घुसने वाले का तैयार हो रहा रिकॉर्ड
घाघरला का जंगल काफी संवेदनशील है। इसे लेकर वन विभाग अब प्लानिंग के तहत काम कर रहा है। डीएफओ प्रदीप मिश्रा के अनुसार जो रास्ते खरगोन खंडवा जिले से भी जुड़े हैं उनसे अतिक्रमणकारी यहां समूह में या हथियार लेकर न आएं इसलिए 10 चेकिंग स्पॉट बनाए गए हैं। यहां स्टॉपर भी लगाए गए हैं जिस पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है। एक रजिस्टर मेंटेन किया जा रहा है जिस पर हर आने-जाने वाले व्यक्ति का नाम पता आधार नंबर गाड़ी नंबर नोट किया जा रहा है। इतना ही नहीं यहां कुछ स्थानीय ग्रामीणों को भी रखा गया है जो यह पहचान करते हैं कि संबंधित व्यक्ति यहां का है या नहीं।