MP Election 2023: इंदौर । विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के खजराना के बूथ के मतों की गणना का मामला संकट में पड़ गया है । कांग्रेस के प्रत्याशी ने कांग्रेस के नेताओं के साथ जाकर इस स्थिति पर आपत्ति ली है । हकीकत में सारी गड़बड़ी मतदान की चूक के कारण हुई है । इससे 872 लोगों के वोट पर सवालिया निशान लग गया है । जिस दिन विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था उस दिन सबसे पहले मतदान केंद्र पर ईवीएम मशीन पर माक पोल के तहत वोट डाले गए थे । इसके बाद में पीठासीन अधिकारी की यह जिम्मेदारी थी कि वह माक पोल के वोट को हटा दे और फिर मतदान कराए। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक पांच के अंतर्गत आने वाले मतदान केंद्र क्रमांक 121 के पीठासीन अधिकारी के द्वारा अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया । उन्होंने माक पोल के वोट के ऊपर ही आम मतदाताओं का मतदान करा दिया । इस बात का खुलासा तो मतदान के दिन ही देर शाम को हो गया था लेकिन पूरा मामला दबा दिया गया था ।
जब जिला निर्वाचन कार्यालय के द्वारा हर प्रत्याशी को उसके विधानसभा क्षेत्र के कौन से बूथ की ईवीएम मशीन की गणना कौन से राउंड में होगी इसकी जानकारी दी गई । तो यह उजागर हुआ कि इस बूथ की ईवीएम मशीन की गणना को मतगणना में नहीं रखा गया है । इस मामले को लेकर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के कांग्रेस के प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल, कांग्रेस नेता पंकज संघवी, रघु परमार , अमन बजाज और इंदौर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा जिला निर्वाचन अधिकारी इलैया राजा से मिले । इन लोगों ने इस बात पर आपत्ति ली है कि इस बूथ की गणना क्यों नहीं कराई जा रही है ? इस बूथ में कुल 872 लोगों के द्वारा मतदान किया गया है । यह बूथ खजराना का है ।
आवश्यकता होगी तो वीवीपेट से करेंगे गणना
इस मामले में जब इस प्रतिनिधि के द्वारा कलेक्टर इलैया राजा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह सही है कि इस बूथ पर गलती हो गई थी । इस मामले में अब यह तय किया गया है कि जब सभी बूथ की मतगणना हो जाएगी तो फिर यह देखा जाएगा कि दोनों प्रत्याशियों के बीच में कितना जीत हार का अंतर है । यदि यह अंतर इस मतदान केंद्र पर डाले वोटो से कम होगा तो इस मतदान केंद्र के वोटो की वीवी पेट मशीन से गणना कराई जाएगी । यदि अंतर ज्यादा होगा तो गणना नहीं कराई जाएगी । इलेक्शन कमीशन के द्वारा बनाए गए इस नियम के तहत ही कार्य किया जाएगा ।
कार्रवाई नहीं की गई है
इसके साथ ही कलेक्टर के द्वारा यह भी स्वीकार किया गया कि इस गलती को लेकर मतदान दल अथवा पीठासीन अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है । उन्होंने कहा कि गलती तो हुई है । इस मामले की जांच कराई जाएगी कि यह गलती कैसे हो क्यों हो गई और फिर कारवाई की जाएगी ।