महाराष्ट्र में बारामती में एक बार फिर चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई देखने को मिल सकती है. राष्ट्रवादी पार्टी शरद पवार गुट के नेता युगेंद्र पवार ने संकेत दिया है कि वे चीनी मिल चुनाव में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेगे. उन्होंने पैनल बनाने का ऐलान किया है.युगेंद्र पवार ने कहा है कि मजदूर चाहते हैं कि वो चीनी मिल चुनाव लड़ें. इस बीच अब युगेंद्र पवार ने चीनी मिल चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं, जिससे संभावना है कि बारामती में एक बार फिर चाचा-भतीजे आमने-सामने होंगे. युगेंद्र पवार ने चीनी मिल चुनाव में अजित पवार के खिलाफ पैनल बनाने का संकेत दिया है. युगेंद्र पवार ने कहा है कि मजदूर चाहते हैं कि चीनी मिल चुनाव लड़े.
उन्होंने कहा कि शरद पवार साहब ने मालेगांव शुगर फैक्ट्री, सोमेश्वर शुगर फैक्ट्री या पूरे गन्ना क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है. पवार साहब ने इस क्षेत्र में न केवल आज बल्कि पिछले चालीस-पचास वर्षों से योगदान दिया है. पवार साहब हमारे पीछे हैं.
चीनी मिल के चुनाव फिर होंगे आमने-सामने
युगेंद्र पवार ने कहा है कि हमारे पास वहां सक्षम उम्मीदवार हैं और अगर हम उस चीनी मिल को बचा सकते हैं तो चुनाव लड़ने में क्या दिक्कत है ? इसलिए अब संभावना है कि युगेंद्र पवार मालेगांव शुगर फैक्ट्री और सोमेश्वर शुगर फैक्ट्री चुनाव में अपना पैनल उतारेंगे. अगर ऐसा हुआ तो बारामती में एक बार फिर चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई देखने को मिल सकती है. युगेंद्र पवार ने पिछली बार बारामती विधानसभा चुनाव में अजित पवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था. उस समय व्याप्त राजनीतिक स्थिति की पृष्ठभूमि में पूरे राज्य का ध्यान इस निर्वाचन क्षेत्र के चुनावों पर केंद्रित था.
विधानसभा चुनाव में अजित ने युगेंद्र को किया था पराजित
चाचा-भतीजे का यह मुकाबला काफी करीबी था, लेकिन इस चुनाव में अजित पवार ने युगेंद्र पवार को हरा दिया था. इस चुनाव में अजित पवार को 181,132 वोट के साथ 66.13 फीसदी मत मिले थे, जबकि एनसीपी-एसपी के उम्मीदवार युगेंद्र पवार को 80,233 वोट के साथ 29.29 फीसदी मत मिले थे.
चुनाव में न केवल अजित पवार की जीत हुई है, बल्कि महायुति की सत्ता में वापसी हुई थी. महाराष्ट्र में महायुति की सरकार का गठन हुआ और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्ममंत्री बने हैं, जबकि अजित पवार को फिर से उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि एकनाथ शिंदे, जो पिछली सरकार में मुख्यमंत्री थे, उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.