चुनाव आयोग ने गुरुवार को गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। गुजरात विधानसभा चुनाव 2 फेज में होंगे।। 182 सीटों के लिए वोटिंग 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को होगी। नतीजे 8 दिसंबर को यानी हिमाचल विधानसभा चुनाव के साथ ही आएंगे। हिमाचल में एक फेज, यानी 12 नंबवर को मतदान होगा।
पिछले 24 साल से राज्य में भाजपा सत्ता का राज है। इस बार भाजपा, कांग्रेस और AAP में त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा सकता है। दिल्ली और पंजाब जीतने के बाद आम आदमी पार्टी ने गुजरात में भी पूरी ताकत लगा दी है। AAP राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
4.6 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
गुजरात चुनाव में 4.6 लाख मतदाताओं को पहली बार मतदान का मौका मिलेगा। यह बात चुनाव आयोग की प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताई।
भाजपा का टारगेट
भाजपा ने इस बार 182 सीटों में से 160 से ज्यादा सीटें जीतने का टारगेट बनाया है। गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को उम्मीदवारों के नामों को तय करने के लिए गांधीनगर पहुंच रहे हैं। भाजपा को अब तक 4,340 लोगों के नाम मिले हैं। सबसे ज्यादा 1,490 उत्तर गुजरात से हैं। सौराष्ट्र से1,163, मध्य गुजरात से 962 और दक्षिण गुजरात से सबसे कम बायोडाटा 725 मिले हैं।
चुनाव की तारीखों में देरी का आरोप
चुनाव आयोग ने राज्य में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में देरी की ठोस वजह अब तक नहीं बताई है। पहले हिमाचल चुनाव की तारीखों के साथ ऐलान होना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछली बार (2017) बनासकांठा में बाढ़ देरी की वजह बनी थी। लेकिन, फिर भी चुनाव की तारीखों का ऐलान 25 अक्टूबर को कर दिया था।
चुनाव दो फेज में हुए थे। विजय रुपाणी मुख्यमंत्री बने। बाद में भूपेंद्र पटेल को यह जिम्मेदारी दी गई। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 समाप्त होने वाला है। उधर, उपचुनाव में जीत के बाद भाजपा की सीटों की संख्या 99 से बढ़कर 112 हो गई।
गुजरात चुनाव से जुड़े 4 सबसे जरूरी बातें…
- CM पद के दावेदार कौन-कौन?
अभी BJP की ओर से भूपेन्द्र पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर.पाटिल पहले ही संकेत दे चुके हैं कि राज्य में कोई बदलाव नहीं होगा। BJP के अलावा कांग्रेस और AAP भी मैदान में है। हालांकि दोनों पार्टियों ने अब तक CM कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है। बात कांग्रेस की करे तो पार्टी में भरत सोलंकी, अर्जुन मोढवाडिया, शक्तिसिंह गोहिल CM पद के लिए रेस में सबसे आगे हैं। AAP में अभी तक गोपाल इटालिया ओर इशुदान गढवी CM के दावेदार हैं। - इस बार का चुनाव कितना अलग?
पिछली बार से इस बार का चुनाव बिलकुल अलग है। इसकी सबसे बड़ी वजह है- गुजरात में 2017 में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था, लेकिन AAP भी इस बार लड़ाई में शामिल है। वहीं पाटिदार आंदोलन की आग भी इस बार शांत है। आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे हार्दिक पटेल भी BJP में शामिल हो गए हैं। - ये मुद्दे सबसे अहम
गुजरात में इस बार 3 मुद्दे चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें कर्मचारियों की समस्या, महंगाई और पोर्ट पर पकड़े जाने वाला ड्रग्स है। भाजपा पिछले 24 साल से सत्ता में है, ऐसे में पार्टी के खिलाफ एंटा इनकंबेंसी का भी असर है। - 2 साइलेंट चेहरे जो चुनाव प्रभावित कर सकते हैं
गुजरात चुनाव में इस बार 2 ऐसे साइलेंट चेहरे चर्चा में हैं, जो चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। इनमें एक नाम पाटीदार आगेवान नरेश पटेल है तो दूसरा कोली समाज के सोमाभाई गांडाभाई। नरेश पटेल ने अब तक राजनीति में सीधी एंट्री नहीं ली है, लेकिन गुजरात के 85 लाख लेउवा पटेल समाज के वे सर्वमान्य नेता माने जाते हैं।
पटेल कांग्रेस में शामिल होने की कई बार कोशिश कर चुके हैं पर पार्टी हाईकमान से बात नहीं बन पाई थी। वहीं सोमाभाई गांडाभाई भी इस बार गेम चेंजर साबित हो सकते हैं। पाटीदार के बाद कोली समाज की आबादी गुजरात में सबसे ज्यादा है।