अगर आप नई कार खरीदने का सोच रहे हैं तो आजकल की कारों और एसयूवी में खास फीचर सनरुफ (Sunroof) की डिमांड काफी ज्यादा रहती है। आमतौर पर कारों में सनरुफ को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। कार में सनरुफ के फायदे और नुकसान भी होते हैं लेकिन फिर भी इस फीचर वाली कारों और एसयूवी की बाजार में काफी डिमांड रहती है। कारों में मुख्य तौर पर चार तरह के सनरुफ ऑफर किए जाते हैं।
जानें कितने तरह के होते हैं Sunroof
इनबिल्ट सनरुफ
इनबिल्ट सनरुफ किसी भी कार में सबसे सामान्य सनरुफ होता है। इसे कार की छत और केबिन के हेडलाइनर के बीच दिया जाता है। इनके बीच में मिलने वाले गैप के बीच ही यह स्लाइड करता है। हालांकि कई लोगों को जिनकी हाइट थोड़ी ज्यादा होती है, उन्हें केबिन के अंदर हेडरुम से समझौता भी करना पड़ता है। इस तरह का सनरुफ टाटा नेक्सन और होंडा सिटी में देखा जा सकता है।
स्पॉयलर सनरुफ
स्पॉयलर सनरुफ वह होता है जिसमें शीशा कार के अंदर नहीं बल्कि बाहर की ओर से खुलता है। इसका फायदा यह होता है कि इस तरह के सनरुफ में केबिन के अंदर छत और हेडलाइनर के बीच जगह मिल जाती है, जिससे कार के अंदर हेडरुम ज्यादा हो जाता है। लेकिन इनका नुकसान यह होता है कि इन्हें बिल्ट इन सनरुफ की तरह पूरा नहीं खोला जा सकता। इनका उपयोग सिर्फ कार में वेंटिलेशन के लिए किया जाता है।
कंसील्ड सनरुफ
इस तरह के सनरुफ में एक शीशे का पैनल होता है जिसे चैनल के जरिए हेडलाइनर यूनिट में स्लाइड करवाया जाता है। वहीं अंदर की ओर से इसके नीचे एक कवर दिया जाता है। तेज गर्मी के मौसम में नीचे दिए कवर से सनरुफ को बंद किया जा सकता है। आमतौर पर नई कारों और एसयूवी में इस तरह के सनरुफ का चलन ज्यादा है।
पैनोरमिक सनरुफ
मॉर्डन और लग्जरी कारों और एसयूवी के अंदर पैनोरमिक सनरुफ का चलन काफी ज्यादा है। इस तरह के सनरुफ कार या एसयूवी की पूरी छत को ढक लेते हैं और इसे दो हिस्सों में बांटा जाता है। बाकी सभी तरह के सनरुफ के मुकाबले इस तरह के सनरुफ से कार के अंदर ज्यादा रोशनी और धूप आती है। एमजी हैक्टर, जीप कंपास, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, वोल्वो जैसी महंगी कंपनियों की एसयूवी में इस तरह के सनरुफ को देखा जा सकता है।