Home दुनिया एलन मस्क पर 1000 करोड़ के मुआवजे का दावा ठोंका

एलन मस्क पर 1000 करोड़ के मुआवजे का दावा ठोंका

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एलन मस्क दुनिया के एक ऐसे अमीर आदमी हैैं जो विश्व मीडिया की सुर्खियों में किसी न किसी कारण से बने ही रहती हैैं। अक्सर यह देखा गया है कि वह ज्यादा दिन तक मीडिया की चर्चा से गायब नहीं रहते हैैं। वह कुछ न कुछ ऐसा कर ही देते हैैं कि विश्व मीडिया में वह चर्चा का कारण बन जाते हैैं। कुछ दिनों तक मीडिया की चर्चा से गायब रहने वाले एलन मस्क एक बार फिर से मीडिया में छाने लगे हैैं। इस बार उनके सुर्खियों में आने का कारण कोर्ट केस है। ट्विटर के सीईओ एलन मस्क के ऊपर 4 लोगों ने कोर्ट में केस दायर किया है और यह केस दर्ज कराने वाले चार लोगों में से एक ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल भी शामिल है।

इन 4 लोगों ने कहा है कि उन्हें ट्विटर से नौकरी से निकाले जाने के बाद जो क्षतिपूर्ति या मुआवजा दिया जाना था वह पूरा नहीं दिया गया है। यह केस कैलिफोर्निया की फेडरल कोर्ट में दायर किया गया है। पराग अग्रवाल के अलावा जिन 3 लोगों ने मस्क के खिलाफ मामला दायर करवाया है वह ट्विटर के पूर्व सीएफओ नेड सेगल, पूर्व चीफ लीगल ऑफिसर विजय गड्डे और जनरल काउंसल शॉन एजेट हैं।

इस प्रकार है पूरा मामला

याचिकाकर्ताओं की ओर दायर मामले में कहा गया है कि मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण के तुरंत बाद उन लोगों को बिना वाजिब कारण के कंपनी से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मस्क ने उन्हें निकालने के लिए मनगढ़ंत कारण बताए ताकि कंपनी को उन्हें सही मुआवजा न देना पड़े। पूर्व अधिकारियों ने कहा, मस्क अपने बिल नहीं भरते, उन्हें लगता है कि नियम उन पर लागू नहीं होते हैं। जो भी उनके विचारों से अलग सोच रखते हैं उन्हें वह अपनी ताकत और पैसे का इस्तेमाल कर साइड लगा देते हैं। इन लोगों ने मस्क से 138 मिलियन डॉलर या 1061 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है।

एलन मस्क ने ट्विटर का 2022 में किया था अधिग्रहण

एलन मस्क ने 2022 में 44 अरब डॉलर का भुगतान कर ट्विटर का अधिग्रहण किया था। उस समय कंपनी के सीईओ भारतवंशी पराग अग्रवाल थे जिन्हें कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। केवल उन्हें ही नहीं बल्कि उनके अलावा कई और अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई थी। मस्क के इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी।

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