नई दिल्ली। सालाना आधार पर देश के टैबलेट बाजार में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत के टैबलेट बाजार में 2024 में शानदार वृद्धि दर्ज की गई है। बाजार में यह उछाल मुख्य रूप से 5जी टैबलेट की बढ़ती मांग के कारण आया है, जिसमें पिछले साल की तुलना में 424 प्रतिशत की भारी वृद्धि देखी गई।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के कुल टैबलेट बाजार में एप्पल ने 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। इसके बाद सैमसंग 28 प्रतिशत और लेनोवो 16 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। पहली बार, एप्पल ने भारत में एक ही साल में 10 लाख से अधिक आईपैड शिप कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। सीएमआर का अनुमान है कि 2025 में भारत का टैबलेट बाजार 10-15 प्रतिशत की स्थिर वृद्धि के साथ आगे बढ़ता रहेगा। हालांकि, 2024 की चौथी तिमाही में सैमसंग ने 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ बढ़त बना ली, जबकि लेनोवो 23 प्रतिशत और एप्पल 21 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। सीएमआर की सीनियर एनालिस्ट मेनका कुमारी के अनुसार, भारत का टैबलेट बाजार अब प्रीमियम सेगमेंट (20,000 रुपये से अधिक) की ओर शिफ्ट हो रहा है। इस श्रेणी में शिपमेंट में 128 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लोग अब अधिक उन्नत फीचर्स और बेहतर प्रदर्शन वाले टैबलेट खरीदना पसंद कर रहे हैं। एप्पल ने इस सेगमेंट में अपना दबदबा बनाए रखा, जिसमें आईपैड 10 सीरीज सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल रहा। एप्पल के कुल शिपमेंट में इसका योगदान 55 प्रतिशत था।
आईपैड मिनी (2024) के लॉन्च से एप्पल के बाजार नेतृत्व को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। दूसरी ओर, सैमसंग ने भी 53 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर्ज की। गैलेक्सी टैब ए9 प्लस 5जी मॉडल ने इसकी सफलता में बड़ी भूमिका निभाई, जो कंपनी की कुल टैबलेट शिपमेंट का 68 प्रतिशत था। लेनोवो ने अपनी स्थिर मांग बनाए रखी, जबकि शाओमी ने 13 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ 112 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की। शाओमी पैड 6 की मजबूत बिक्री के कारण कंपनी ने प्रीमियम सेगमेंट में 33 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की।
देश के टैबलेट बाजार में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज
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