डायबिटीज मरीजों के लिए वरदान है ये हरी सब्जी, शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल

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शुगर या मधुमेह ऐसी बीमारी है, जो आजकल हर उम्र के लोगों को होने लगी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिल की बीमारियों के बाद डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे अपना दायरा बढ़ा रही है। इस बीमारी के घेरे में सिर्फ बुजुर्ग नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी शामिल है। डॉ. बताते हैं कि टाइप-1 बच्चों में और टाइप-2 वयस्कों में होती है। अगर शुगर को नियंत्रित करना है, तो अपनी डाइट में ब्रोकली को शामिल करें। इस एक सब्जी को खाने से ही बढ़ा हुआ शुगर स्तर काफी हद तक कम किया जा सकता है।

क्यों खाएं ब्रोकली?
एक्सपर्ट बताते हैं कि ब्रोकली एक पॉपुलर सब्जी हो गई है। इस सब्जी के पत्ते और डंठल सबकुछ खाया जा सकता है। इसमें कई प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। ब्रोकली में फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो शरीर में दवा की तरह काम करता है और बीमारियों से बचाता है।

डायबिटीज में क्यों खाएं?
ब्रोकली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत लो तकरीबन 10 के आसपास होती है। इसे खाने से शुगर का स्तर बढ़ेगा नहीं और स्थिर भी रहेगा। ब्रोकली खाने से शुगर स्पाइक नहीं होता है और बाकी चीजों से होने वाले स्पाइक को भी बैलेंस मिलता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि ब्रोकली में कुछ और सब्जियों को मिलाकर खाने से उसका न्यूट्रिएंट और बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप रोज किसी न किसी रूप में ब्रोकली खाएंगे, तो शुगर नियंत्रित रहेगी। इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या भी नहीं होगी।

ब्रोकली के अन्य फायदे
फाइबर- ब्रोकली में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जिससे डाइजेशन इंप्रूव होता है। इसमें इनसोल्युबल फाइबर होता है, जो ग्लूकोज के स्तर को भी नियंत्रित करता है। ब्रोकली खाने से एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी मिलते हैं, जिससे शरीर की सूजन कम होती है। ब्रोकली को नियमित रूप से खाने से वेट लॉस में भी मदद मिलती है। ये हमारे गट हेल्थ को सुधारता है और गुड बैक्टीरिया के सोर्स को बढ़ाता है।