BIKE TYRE : आजकल युवाओं के बीच बाइक मोडिफाई करवाने का क्रेज काफी बढ़ रहा है। सभी अपनी बाइक को अन्य बाइक्स के मुकाबले अलग दिखाने की कोशिश में कई काम करवाते हैं। बाइकर्स हों या कॉलेज गोइंग लड़के सभी बाइक का पिछला पहिया निकालकर उसकी जगह मोटा और चौड़ा पहिया लगा रहे हैं। हालांकि इन लोगों को इस बात की ज्यादा जानकारी नहीं होती कि ऐसा करने का उनकी बाइक की हेल्थ पर कैसा असर पड़ेगा। बस वो तो खुद को कूल दिखाने के लिए बाइक में चेंज कराते हैं। अगर आप भी अपनी फेवरेट बाइक को कस्टमाइज कराने की सोच रहे हैं तो पहले जान लिजिये बाइक में चौड़े टायर लगवाने के क्या फायदे हैं और इससे क्या नुकसान होते हैं। क्योंकि तब आपको पता चलेगा कि ऐसा कराने से क्या होगा।
चौड़े टायर के फायदे
सामान्य बाइक्स में कंपनी की ओर से पतले टायर दिए जाते हैं। लेकिन अगर आफ्टर मार्केट टायर बदलवाए जाते हैं और बाइक में चौड़े टायर लगवाए जाते हैं तो इससे गाड़ी का लुक तो स्पोर्टी हो जाता है और इसका सबसे ज्यादा फायदा बाइक चलाने के दौरान मिलने वाली ग्रिप में होता है। चौड़े टायर्स से बाइक को पतले टायर के मुकाबले ज्यादा और बेहतर ग्रिप मिलती है। इससे सड़क पर बाइक चलाते समय मोड़ने, अचानक रूकने और तेज स्पीड में चलाने के दौरान फायदा मिलता है।
चौड़े टायर के नुकसान
चौड़े टायर को सामान्य बाइक में लगवाने के फायदे के साथ ही नुकसान भी होते हैं। चौड़े टायर होने के कारण बाइक की माइलेज पर असर नेगेटिव पड़ता है। स्पेशली अगर आपकी बाइक 100 सीसी की है तो क्योंकि इस बाइक को ऐसे टायर्स को खींचने में ज्यादा फोर्स का इस्तेमाल करना पड़ता है। जिसकी वजह से फ्यूल की खपत बढ़ जाती है और माइलेज कम हो जाता है। जबकि पतले टायर्स के साथ ऐसा नहीं होता है। एक्सपर्ट्स भी चौड़े टायर न लगाने की सलाह देते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
बाइक एक्सपर्ट्स का कहना है कि 100 सीसी से 125 सीसी की बाइक्स में कंपनी की ओर से आमतौर पर पतले टायर दिए जाते हैं। वहीं 150 और उससे ऊपर के इंजन वाली बाइक्स में चौड़े टायर मिलते हैं। ऐसे में कंपनी की ओर से बाइक की क्षमता और वजन को नापकर ही टायर लगाए जाते हैं। लेकिन अगर आप बाजार से टायर बदलवाते हैं तो इससे फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है। इसलिए बाइक की बनावट के मुताबिक कंपनी की ओर से मिलने वाले टायर ही बाइक के लिए बेहतर होते हैं। मोडिफाई कराते समय हमेशा ध्यान रखें कि मोडिफिकेशन का आपकी मशीनरी पर कोई असर न पड़े।
ज्यादा ग्रिप के लिए करें ये काम
टायर दो तरह के होते हैं ट्यूबलेस टायर और ट्यूब टायर। कीमत के लिहाज से ट्यूबलेस टायर, ट्यूब टायर से 300-400 रुपये ही महंगा है। अगर आप सिर्फ बेहतर ग्रिप के लिए बाइक में चौड़े टायर लगवाने की सोच रहे हैं तो इसका एक उपाय भी हम आपको बता देते हैं। बेहतर अनुभव के लिए आप बाइक में ट्यूब वाले टायर की जगह ट्यूबलैस टायर लगवा सकते हैं। यह बाइक के साथ आने वाले टायर के जैसे ही होते हैं, लेकिन ट्यूबलैस होने के कारण रोड पर बेहतर ग्रिप और कंट्रोल मिलता है। और अगर टायर पंक्चर हो जाए तो इसमें से हवा धीरे-धीरे निकलती है साथ ही चलती गाड़ी का बैलेंस भी नहीं बिगड़ता। सामान्य टायर के मुकाबले यह थोड़े महंगे होते हैं।
टायर खरीदते समय ध्यान रखें ये बातें-
भारत में बाइक के टायर की कीमत 900 रुपये से शुरू होती है। टायरों के दाम सीजन के हिसाब से कम और ज्यादा होते रहते हैं। टायरों की कीमत में मोलभाव की भी काफी गुंजाइश होती है। टायर हमेशा ऑथराइज्ड डीलर से ही खरीदें और साथ में पक्का बिल जरूर लें, ताकि अगर कोई दिक्कत भी हो टायर को बदलने में सहूलियत रहेगी। टायर खरीदते समय ध्यान रखें कि उनकी मैन्युफैक्चरिंग डेट ज्यादा पहले की न हो। एक साल से पहले बने टायर हरगिज न खरीदें। इसके अलावा आजकल मार्केट में चीन के बने टायर भी काफी दिख रहे हैं। उनके लुक्स पर न जाएं और वॉरंटी वाले टायर ही खरीदें।