लखनऊ:चुनाव संपन्न हाेने के बाद यूपी के उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ की तुलना दिल्ली से कर दी है। डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली व लखनऊ की यदि तुलना करें तो लखनऊ की गलियां दिल्ली की सड़कों से कहीं ज्यादा साफ सुथरी हैं।आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली की बजबजाती नालियां देखने को मिलीं। इसके साथ ही सड़कों पर गंदगी का अंबार नजर आया। शुद्ध पेयजल के नाम पर आम आदमी पार्टी की सरकार लोगों को ठगने का काम कर रही थी। दिल्ली में 30 प्रतिशत से अधिक आबादी यूपी की है।
अब दिल्ली में 27 वर्षों बाद कमल खिला है। अब दिल्ली की इन सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा। रविवार को आलमबाग की समर विहार कॉलोनी में एक किलोमीटर सड़क निर्माण का शुभारंभ करने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि समर विहार व आसपास के क्षेत्रों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिले, इसके लिए डीप बोरिंग ट्यूब वेल स्वीकृत हो चुका है। इसका काम ट्यूब वेल का कार्य दो से तीन दिनों में शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि रामजीलाल वार्ड सबसे अधिक प्रगतिशील वार्ड में से एक है। कहा कि यह कॉलोनी उनके विधानसभा क्षेत्र में आती है। जहां 34.50 लाख की लागत से एक किलोमीटर मुख्यमार्ग का शुभारंभ किया जा रहा है।
डिप्टी सीएम को दिया उपहार
इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने गरीबों में कंबल वितरित भी किया। पूर्व पार्षद ने बताया कि सड़क के निर्माण में उच्च गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। यहां पर समर विहार वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने उप मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
गरीबों के पास खुद पहुंच रही सरकार
लखनऊ: उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार खुद चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है। प्रत्येक विकास खंड की दो ग्राम पंचायतों में हर शुक्रवार को ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इससे लोगों की समस्याओं का निराकरण उनके गांव में ही हो रहा है। उप मुख्यमंत्री ने चौपालों के नियमित आयोजन के लिए निर्देश दिए हैं। आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि उप मुख्यमंत्री के निर्देशों पर ठोस व प्रभावी रूपरेखा बनाकर आयोजन किया जा रहा है। एक साल में एक लाख 24 हजार से अधिक चौपाल लगाई गई हैं, जिनमें चार लाख 67 हजार से अधिक समस्याओं-प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
ग्राम चौपालों की होगी अहम भूमिका
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में मानकों के अनुरूप नये पात्र लाभार्थियों के चयन में ग्राम चौपालों की अहम भूमिका रहेगी। निर्देश दिए हैं कि अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पक्के आवास केवल महिला मुखिया के नाम ही स्वीकृत किए जाएं।
लाभार्थियों सर्वे का कार्य 31 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य
पुरूष के नाम स्वीकृत आवास में महिला मुखिया का नाम अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए। आने -जाने को मार्ग व जल निकासी की आवश्यकता पर मनरेगा से काम कराएं। आवास के सामने सहजन का पेड़ लगाने, सोलर लाइट आदि सुविधाओं के लिए प्लान बनाया जाए। लाभार्थियों सर्वे का कार्य 31 मार्च अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाए।