प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इंडिया एनर्जी वीक को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगले दो दशक विकसित भारत के लिए बहुत जरूरी हैं। दुनिया का हर एक्सपर्ट कह रहा है कि 21वीं सदी भारत की होगी। भारत न केवल अपनी ग्रोथ को ड्राइव कर रहा है बल्कि ग्लोबल ग्रोथ में भी अहम भूमिका निभा रहा है। इसमें हमारे एनर्जी सेक्टर की अहम भूमिका है। भारत के एनर्जी गोल पांच स्तंभों पर आधारित हैं। इनमें संसाधन, प्रतिभा, आर्थिक मजबूती, राजनीतिक स्थिरता, रणनीतिक लोकेशन और ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रतिबद्धता शामिल है।
मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए अगले दो दशक बेहद अहम है और हम अगले पांच साल में काफी कुछ हासिल करने वाले हैं। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए भारत को बैटरी और स्टोरेज फैसिलिटीज पर काम करने की जरूरत है। आने वाले वर्षों में नेचुलर गैस का यूज बढ़ने वाला है। भारत के पास हाइड्रोकार्बन का बड़ा भंडार है। इनमें से कई भंडार खोजे जा चुके हैं जबकि दूसरे भंडारों को अभी खोजा जाना बाकी है। भारत आज 19 फीसदी एथेनॉल ब्लेंडिंग के साथ काफी विदेशी मुद्रा बचा रहा है। साथ ही सोलर पावर में भारत आज दुनिया में तीसरा बड़ा प्रॉड्यूसर है।