Gold in India: सोना बहुत बहुमूल्य धातु है और यही वजह है कि कुछ लोग सोने में निवेश करते हैं। वहीं, घर में शादी हो या फिर कोई विशेष मौका, इन अवसरों पर सोने से बने आभूषणों को खरीदा या बनवाया जाता है। भारत में सोने का सबसे ज्यादा उत्पादन कर्नाटक राज्य में होता है। यहां कोलार एहुट्टी और उटी नामक खानों से भारी मात्रा में सोना निकाला जाता है। इसके अलावा आंध्र प्रदश और झारखण्ड के हीराबुद्दीनी और केंदरुकोचा की खानों से सोना निकाला जाता है।
भारतीय महिलाओं के पास 21 हजार टन सोना
दुनिया के कई देशों से निकाला जाता है। भारत भी इन देशों में शामिल है, लेकिन चीन में सबसे ज्यादा सोना निकाला जाता है। भारत में कई जगहों पर खादाने हैं, जहां से सोना निकाला जाता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, दुनिया में जब से सोने का खनन की शुरुआत हुई तब से अब तक करीब दो लाख टन सोना निकाला जा चुका है। भारतीय महिलाओं के पास 21 हजार टन सोना है। यह मात्रा सबसे ज्यादा है और दुनिया के टॉप पांच बैंकों के पास भी इतना सोना रिजर्व नहीं है।
सोना आमतौर पर या तो अकेले या पारे या सिल्वर के साथ मिश्र धातु के रूप में पाया जाता है। सोना कैलेवराइट, सिल्वेनाइट, पेटजाइट और क्रेनराइट अयस्कों के रूप में भी मिलता है। इन खदानों जरिए भारत हर साल 774 टन सोने की खपत की तुलना में करीब 1.6 टन सोने का उत्पादन करता है। वहीं पूरी दुनिया में 3 हजार टन सोना निकाला जाता है।
सोना निकालने की प्रक्रियाएं हैं
विस्फोटकों से: किसी पत्थर को तोड़कर उसकी जांच भूविज्ञानी करते हैं और फिर उस चिन्हित चट्टान को डाइनेमाइट की मदद से तोड़ा जाता है l 300 से 500 मीटर की गहराई से करीब 1 टन पत्थर निकाला जाता है और पूरे दिन में करीब 300 टन मलबा बाहर निकाला जाता है l सोना एक जगह पर जमा नही होता है और यह स्वर्ण अयस्क के रूप में अलग-अलग जगह मिलता है।
पत्थरों की पिसाई :इस निकाले गए मलबे के पत्थरों को मशीन की सहायता से बारीक बालू की तरह पीसा जाता है l इस प्रक्रिया को पूरा करने में करीब 4 से 5 घंटे लगते हैं l
बालू को गीला करने की प्रक्रिया: बालू में पानी डाला जाता है और फिर इसको एक टेबल पर डाला जाता है, जिस पर गीला कंबलनुमा कपड़ा बिछा रहता है l जब गीले कण इस कंबल की ऊपर से निकलते हैं, तो सोने के कण इस कंबल में चिपक जाते हैं और फालतू का पत्थर बाहर निकल जाता हैl
धोने की प्रक्रिया: पानी में कंबल धोने से सोने के कण अलग हो जाते हैं l सोना मिश्रित इस पानी को टेबल पर डाला जाता है, जहां से पानी बह जाता है और सोने के अंश टेबल पर जमा हो जाते हैं l फिर इस जमा हुए सोने से बिस्किट, ईंट प्लेट और अन्य सामान बनाया जाता हैl
यदि अयस्क में सोने की मात्रा कम है, तो रासायनिक प्रक्रिया का सहारा लिया जाता है l खान से निकले पत्थरों और इसके चूर्ण को कार्बन पल्स प्लांट में प्रोसेस करते हैं l इस पर पोटेशियम सायनाइड डालकर 48 घंटे तक छोड़ देते हैं l सायनाइड से रासायनिक प्रतिक्रिया के बाद मलबे में छिपा सोना तरल रूप में बाहर आ जाता है l
दुनिया में सोने की प्रमुख खानें
किम्बरले (अफ्रीका), ग्रैसबर्ग (पापुआ), कार्लिन नवादा (अमेरिका), वेलाडेरो (अर्जेंटीना), लिहिर (पापुआ न्यू गिनी)इस प्रकार ऊपर दी गयी सोना निकालने की प्रक्रिया से एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि सोना निकालना एक बहुत ही कठिन प्रक्रिया है यही कारण है कि बाजार में सोने के दाम इतने ज्यादा होते हैं l