Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की ‘जेम्स’ कही जाने वाली टाइटन कंपनी के स्टॉक में आगे अच्छा मूवमेंट देखने को मिल सकता है। दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद ज्यादातर ब्रोकरेज फर्म स्टॉक पर बुलिश हैं। उनका कहना है कि ज्वेलरी सेगमेंट से अच्छी ग्रोथ रही। हालांकि मार्जिन स्टेबल रहा है। दिसंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट स्थिर रहा। जबकि, रेवेन्यू में 25.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गुरुवार (6 फरवरी) के कारोबार में टाइटन के शेयर में शुरुआती कारोबार में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
Titan: 20% तक अपसाइड के टारगेट
ब्रोकरेज फर्म एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग (Antique Stock Broking) ने टाइटन पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। हालांकि टारगेट प्राइस 4,598 रुपये से घटाकर 4,184 रुपये कर दिया है। 5 फरवरी 2025 को शेयर 3490 पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक आगे करीब 20 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। एंटिक का कहना है कि Titan का 3QFY25 प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप रहा। जिसमें ज्वेलरी रेवेन्यू में 26% (YoY) और EBIT में 15% (YoY) की बढ़ोतरी हुई। एडजस्टेड मार्जिन 11.2% रहा, जो 100 bps (YoY) नीचे था।
कस्टम ड्यूटी के चलते ज्वेलरी EBIT मार्जिन 272 bps (YoY) घटकर 9.5 फीसदी रहा। ज्वेलरी बिक्री में त्योहारी और वेडिंग सीजन में मजबूत मांग और सोने की बढ़ती कीमतों के चलते इजाफा हुआ। वेडिंग सीजन की बढ़ती डिमांड और ऊंची सोने की कीमतों से आने वाले समय में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है। हालांकि, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और स्टडेड ज्वेलरी पर दबाव से मार्जिन में सुधार लिमिटेड रहा सकता है। एंटिक ने FY26-27E के लिए इनकम अनुमानों में 9%-10% की कटौती की गई है, जबकि FY25 के अनुमानों को बरकरार रखा गया है। ब्रोकरेज ने FY27 के आउटलुक पर 60x PER पर स्टॉक का वैल्यूएशन दिया है।
नुवामा ने टाइटन पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। हालांकि टारगेट प्राइस 4,182 रुपये से घटाकर 4,115 रुपये प्रति शेयर किया है।
ब्रोकरेज का कहना है कि Titan ने Q3FY25 में मजबूत वृद्धि दर्ज की। यह खासकर वेडिंग स्पेंडिंग और 22% सेम-स्टोर सेल्स ग्रेथ के चलते रही। EBIT मार्जिन में गिरावट रही। सोने की बढ़ती कीमतों, प्रोडक्ट मिक्स और प्रतिस्पर्धा से मार्जिन पर दबाव पड़ा। हालांकि, स्टडेड ज्वेलरी के अनुपात में कमी के बावजूद कोर-ज्वेलरी EBIT मार्जिन में मामूली गिरावट पॉजिटिव है।
नुवामा ने FY25E/26E के लिए रेवेन्यू अनुमान +0.2%/-9.1% जताया है। जबकि इसी अवधि में नेट प्रॉफिट का अनुमान -0.5%/+0.3% रखा है।
मोतीलाल ओसवाल ने टाइटन पर 4,000 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि टाइटन की तीसरी तिमाही तिमाही की परफॉर्मेंस स्टेबल रही है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, Titan अपने सोर्सिंग, स्टडेड ज्वेलरी रेश्यो, युवा-केंद्रित रणनीति और रीइन्वेस्टमेंट स्कीम में बेहतरीन प्रतिस्पर्धी स्थिति के चलते अन्य ब्रांडेड प्लेयर से आगे निकलता जा रहा है। ब्रांड रिकॉल और बिजनेस मॉडल दमदार है। इससे कंपनी को प्रतिस्पर्धात्मक में फायदा होता है। दिसंबर 2024 तक 3,240 स्टोर तक पहुंच गया। FY25 में लो स्टडेड ज्वेलरी मिक्स के चलते मार्जिन में कमी आई है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच मार्जिन आउटलुक पर नजर रखना अहम होगा।
ब्रोकरेज का कहना है कि हालांकि TTAN का वैल्यूएशन महंगा है, लेकिन इसका लंबी अवधि के लिए ग्रोथ ट्रैक और शानदार एक्जीक्यूशन रिकॉर्ड इसे एक आकर्षक निवेश ऑप्शन बनाता है।
सेंट्रम ब्रोकिंग (Centrum Broking) ने भी टाइटन कंपनी पर 4,026 रुपये के टारगेट के साथ खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि टाइटन की परफॉर्मेंस अनुमान के मुताबिक रही। गोल्ड क्वाइन की बिक्री और लो स्टडेड मिक्स के चलते मार्जिन पर असर हुआ।
Titan: कैसी है शेयर की चाल
टाइटन कंपनी के शेयर में गुरुवार को हरे निशान में 3495 पर कारोबार शुरू हुआ। हालांकि, थोड़ी देर में ही शेयर में बिकवाली हुई और यह करीब 2 फीसदी तक टूट गया। टाइटन की लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस देखें तो बीते 5 साल का रिटर्न 170 फीसदी है। जबकि बीते 2 साल में 38 फीसदी की तेजी दिखाई है। सालभर का रिटर्न सपाट रहा है। BSE पर स्टॉक का 52 हफ्ते का हाई 3,866 और लो 3,059 है। कंपनी का मार्केट कैप 3.04 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
Titan: कैसे रहे Q3 नतीजे
सीमा शुल्क में कटौती के चलते टाइटन कंपनी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ लगभग स्थिर रहा। इस तिमाही में इसका परिचालन राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 25.2 फीसदी बढ़कर 17,740 करोड़ रुपये हो गया जबकि शुद्ध लाभ 1,047 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर इसके शुद्ध लाभ में 48.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ जबकि राजस्व 22.1 प्रतिशत बढ़ा।
दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान पिछले साल के मुकाबले 5.9 फीसदी बढ़कर 1,802 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान तनिष्क की मालिक की आभूषण कारोबार से आय पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में एकल आधार पर 26 फीसदी बढ़कर 14,697 करोड़ रुपये हो गई।
अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान कंपनी के भारतीय कारोबार में 25 फीसदी की वृद्धि हुई। घड़ियों और वियरेबल वस्तुओं के कारोबार में उसने 1,128 करोड़ रुपये की आय दर्ज की जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान घरेलू कारोबार में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।