भारत और अमेरिका के बीच अगले 6 से 8 महीने में कुछ बड़ा होने वाला है। यह संकेत कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर ने दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अमेरिकी दौरे से लौटे हैं। भारत और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी है। आने वाले दिनों में कुछ और बन सकती है। पीयूष गोयल ने बताया कि भारत और अमेरिका जल्द ही व्यापार के मामले में बड़ा कदम उठाने वाले हैं। पीयूष गोयल ने संकेत दिए कि 6 से 8 महीने में यह नया व्यापारिक समझौता हो सकता है। इसके लिए दोनों देश बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों देशों का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है। मतलब, दोनों देशों के बीच व्यापार को दोगुने से भी ज्यादा करना है।
दोनों देशों को होगा फायदा
पीएम मोदी के हाल ही में अमेरिकी दौरे के दौरान भारत और अमेरिका ने साल 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से भी अधिक करने की घोषणा की थी। यह एक बड़ा लक्ष्य है जिससे दोनों देशों को फायदा होगा। दोनों देशों ने जल्द ही एक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहुक्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के शुरुआती चरण पर बातचीत शुरू करने पर भी सहमति व्यक्त की। इस समझौते से कई क्षेत्रों में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
नए रोजगार
गोयल ने कहा कि समझौते के बारे में बातचीत उनके अमेरिकी समकक्ष के कार्यभार संभालने के बाद शुरू होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के व्यवसायी इस आगामी समझौते को लेकर उत्साहित हैं। इससे नए रोजगार और व्यापार के नए अवसर पैदा होंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि समझौते में क्या-क्या शामिल होगा।
अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस
साल 2021 से 2024 तक अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है। अमेरिका उन कुछ देशों में से एक है जिनके साथ भारत का ट्रेड सरप्लस है। 2023-24 की अवधि में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना रहा। इस दौरान वस्तुओं में द्विपक्षीय व्यापार 119.71 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इसमें 77.51 अरब डॉलर का निर्यात और 42.19 अरब डॉलर का आयात शामिल है। इसके कारण 35.31 अरब डॉलर का ट्रेड सरप्लस हुआ।