Share Market Crash: पिछले छह कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिली है, जिससे निवेशकों के करीब 18 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं. वैश्विक अनिश्चितताओं, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और आर्थिक चिंताओं के चलते मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव जारी है. इस गिरावट के कारण बीएसई सेंसेक्स 3.07% कमजोर हो चुका है|
सेंसेक्स 76,000 के करीब, आखिरी घंटे में दिखी रिकवरी
बुधवार को सेंसेक्स कारोबार के दौरान 905 अंक तक टूट गया, लेकिन आखिरी घंटे में बैंकिंग शेयरों में सुधार से कुछ रिकवरी देखने को मिली. इसके बावजूद, इंडेक्स 122.52 अंक यानी 0.16% गिरकर 76,171.08 पर बंद हुआ|
छह दिनों में सेंसेक्स में 2,400 अंकों की गिरावट
अगर पिछले छह दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सेंसेक्स 2,412.73 अंक टूट चुका है, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय है. इस गिरावट का सीधा असर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भी पड़ा है, जिससे मार्केट में दहशत का माहौल बना हुआ है|
आगे क्या? निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट निवेशकों के लिए एक मौका भी हो सकता है. लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को घबराने के बजाय मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में खरीदारी करनी चाहिए. हालांकि, मार्केट में और गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है,गौरतलब है कि भारतीय शेयर मार्केट में जारी गिरावट ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है. हालांकि, मार्केट में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, और लंबी अवधि में मजबूत आर्थिक संकेतकों के चलते रिकवरी की उम्मीद की जा सकती है|