Amavasya: धर्म-शास्त्रों में अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन तर्पण-श्राद्ध, स्नान-दान करने से कई दुख-दर्द दूर होते हैं। लेकिन इस दिन कुछ काम करने की मनाही भी की गई है। इन कामों को करना जीवन में मुसीबतों को खुद बुलावा देना है। माना जाता है अमवास्या के दिन नकारात्मक शक्तियां ज्यादा प्रभावी होती हैं। ऐसे में इस दिन सावधान रहने की जरूरत है। चालू माह मलमास की अमावस्या 16 अगस्त को पड़ रही है। मलमास अमावस्या पर पितृ पूजन की मान्यता है। यदि आपके पितृ नाराज है तो उन्हें मनाने का यह उत्तम दिन है। लेकिन अमावस्या के दिन कुछ काम करने की मनाही है। जिससे परहेज करना चाहिए।
ज्योतिषाचार्य ने बताया अमावस्या के दिन वातारण में नकारात्मक शक्तियों का वास होता है। छोटी सी गलती बड़ी मुसिबत को आमंत्रण दे सकती है। लिहाजा इस दिन लोगों को सावधान रहना चाहिए। अमावस्या पर कुछ चीजों की मनाही होती है। जिन्हें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
अमावस्या के दिन न करें ये काम
- तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। नमक का सेवन बिल्कुल भी ना करें।
- अमवास्या के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए। सुबह जल्दी नहीं उठने से नकारात्मक शक्तियां हावी होने लगेंगी। आलस आपको जकड़ने लगेगा।
- अमवास्या के दिन झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज होती हैं।
- अमवास्या के दिन घर में लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए। वास स्थान पर वाद-विवाद से पितृ नाराज होते हैं।
- अमवास्या के दिन भुत, पिसाच, दैत्य, निशाचर आदि ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इस दिन श्मशान या सुनसान जगह अकेले न जाएं।
- अमवास्या के दिन पति-पत्नी को संबंध नहीं बनाना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार इस दिन संबंध बनाने पर पैदा होने वाली संतान जीवन में कभी सुखी नहीं रहती है।