Sawan Somvar 2024: सावन का महीना देवों के देव महादेव को काफी अधिक प्रिय है. इस महीने में भगवान भोलेनाथ का पूजन करने से मनावांछित फल की प्राप्ति होती है. इस महीने में भोलेनाथ का पूजन करने से जीवन में कभी भी कष्टों का सामना नहीं करना पड़ता है. सावन के महीने का हर शिव भक्त को बेसब्री से इंतजार होता है. इस पूरे महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है.इसके साथ ही शिव पूजन से दुख और दरिद्रता से छुटकारा भी मिल जाता है.
हिंदू धर्म में सावन के महीने को लेकर कई सारी मान्यताएं हैं. एक मान्यता यह है कि इस दौरान भगवान श्रीहरि विष्णु सृष्टि के संचालन का जिम्मा भगवान शिव को सौंप देते हैं और खुद निद्रा करने चले जाते हैं. वहीं, एक मान्यता यह भी है कि जब समुद्र मंथन से हलाहल विष निकला था तब सृष्टि की रक्षा के लिए भगवान भोलेनाथ ने उस हलाहल विष का पान कर लिया था और उसको अपने कंठ में ही रोक लिया था. विष के प्रभाव से भगवान के शरीर में भयंकर गर्मी होने लगी तो उस समय देवताओं ने प्रभु का जल से अभिषेक किया. एक और मान्यता के अनुसार सावन के महीने में ही माता पार्वती को तप से भोलेनाथ प्राप्त हुए थे.
साल 2024 में कब से शुरू है सावन?
साल 2024 में सावन की शुरुआत सोमवार से ही होगी. इसके साथ इस बार 29 दिनों का सावन पड़ेगा. सावन माह की समाप्ति 19 अगस्त 2024 को होगी. इस साल कुल 5 सोमवार पड़ने वाले हैं. इसमें पहला सोमवार 22 जुलाई, दूसरा 29 जुलाई, तीसरा 5 अगस्त, चौथा 12 अगस्त, पांचवा 19 अगस्त को पड़ेगा. पहला सोमवार 22 जुलाई को है, इस कारण सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से ही होगी. इस महीने में श्रवण नक्षत्र वाली पूर्णिमा आती है. इस कारण इसे श्रावण भी कहते हैं.
सावन में निकाली जाती है कांवड़ यात्रा
सावन के महीने में कांवड़ यात्रा निकालने की परंपरा है. इस दौरान तीर्थस्थलों से कांवड़िये गंगाजल भरकर पैदल यात्रा करते हैं और सैंकड़ों किलोमीटर की यात्रा के बाद वे गंगाजल भगवान भोलेनाथ को अर्पित करते हैं. इस महीने से सावन सोमवार के व्रतों की भी आप शुरुआत कर सकते हैं.
मंगला गौरी व्रत की भी होगी शुरुआत
सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गोरी व्रत रखा जाता है. इस साल 2024 में पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई को होगा. दूसरा 30 जुलाई को, तीसरा 6 अगस्त और चौथा मंगला गौरी व्रत 13 अगस्त को रखा जाएगा. वहीं, सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को रहेगी.