Brisk walk: कुछ लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान रहते हैं। अपनी डाइट में बदलाव करते हैं। इसके बावजूद वजन कम नहीं होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक वर्कआउट और डाइट सामान्य अनुपात में होना चाहिए। अगर इसमें अंतर होता है, तो कठिन परिश्रम करने के बाद भी वजन कम नहीं होता है। अगर आप भी वजन बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं तो ब्रिस्क वॉक कर सकते हैं, यह एक ऐसी एक्सरसाइज है, जिससे रोजाना 150 कैलोरी बर्न होती है।
ब्रिस्क वॉक यह एक सरल और सहज एक्सरसाइज है, जिसे किसी भी उम्र के व्यक्ति आसानी से कर सकते हैं। हालांकि, ब्रिस्क वॉक इससे भिन्न है, क्योंकि इसमें तेजी से चलना होता है। आसान शब्दों में कहे तो दौड़ने और पैदल चलने के बीच की मुद्रा को ब्रिस्क वॉक कहा जाता है। इसमें व्यक्ति को न तो धीरे चलना होता है और न ही दौड़ना होता है।
ब्रिस्क वॉक के फयदे
हाई बीपी या हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत है तो ब्रिस्क वॉक आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। वॉक करते समय ब्लड वेसेल्स खुलने लगती हैं। साथ ही इन ब्लड वेसेल्स में चिपके कोलेस्ट्रॉल के कण भी पिघलने लगते हैं।जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और बीपी भी कंट्रोल में रहता है।
जिन लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं हैं, उनके लिए ब्रिस्क वॉक करना किसी वरदान से कम नहीं है। ब्रिस्क वॉक करने से आपके फेफड़ों में शुद्ध हवा जाती है और ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होती है। जिससे फेफड़े मजबूत और स्वस्थ होते हैं। वहीं ब्रिस्क वॉक से अन्य समस्याएं नहीं होती है।
शुगर के मरीजों के लिए ब्रिस्क वॉक करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। ब्रिस्क वॉक से इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ता है देखा जाए तो ब्रिस्क वॉक से शुगर कंट्रोल में रहता है।
रोज आधे घंटे तक तेज गति से चलना जोड़ों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर और बढ़ाता है। जिससे इसका फंक्शन बेहतर होता है। इतना ही नहीं शरीर की हड्डियां भी स्ट्रॉन्ग होती हैं।