Car Driving Tips: देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते कार चलाना काफी महंगा हो गया है. ऐसे में हर कोई चाहता है कि उनकी कार ज्यादा से ज्यादा माइलेज ऑफर करें. आपकी गाड़ी कितना माइलेज देगी, यह सिर्फ उसके इंजन पर निर्भर नहीं करता बल्कि आपके ड्राइविंग स्टाइल से भी माइलेज ऊपर या नीचे होता है. बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि कार को आखिर किस गियर में चलाएं, जिससे उनको बेस्ट माइलेज मिले। तो हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह से किस गियर में कार को चलाने पर सबसे कम एवरेज मिलता है और किस गियर में कार चलाने में ज्यादा एवरेज मिलता है।
आजकल ज्यादातर लोग इस बात से ज्यादा परेशान होते हैं कि उनकी कार से ज्यादा एवरेज नहीं मिलता। लोग अक्सर मेकैनिक से इस बात की शिकायत करते हैं कि उनकी कार ज्यादा पेट्रोल, डीजल या सीएनजी की खपत करती है। अगर आपको भी अपनी कार से यह शिकायत है तो सबसे पहले कंपनी के सर्विस सेंटर पर जाकर मेकैनिक से कार की पूरी जांच करवानी चाहिए। जब भी कंपनी के दावे के मुताबिक कार एवरेज ना दे तो मेकैनिक से चेक करवाना सही होता है।
कार को हल्का रखें
कार जितनी हल्की होगी, उतनी ही ज्यादा माइलेज देगी. फ्यूल गेज को स्थिर रखने के लिए अनावश्यक एक्सेसरीज को हटाना, बूट स्टोरेज को साफ रखना. आप अपने वाहन पर जितना ज्यादा वजन डालते हैं, उतना ही ज्यादा यह ईंधन की खपत करता है, आपके वॉलेट पर दबाव डालता है.
टायर प्रेशर मैंटेन रखें
सही टायर प्रेशर के साथ कार चलाने से आपके मंथली ईंधन बिल में काफी अंतर आ सकता है. टायर प्रेशन में कमी का मतलब है ट्रेक्शन और फ्रेक्शन का बढ़ना. जिसका सीधा असर कार के माइलेज पर पड़ता है. ज्यादा टायर प्रेशर का मतलब है कि ईंधन की खपत कम होगी लेकिन इससे सड़क पर गाड़ी की पकड़ मजबूत नहीं रहेगी. इसलिए, इंजन से बेस्ट माइलेज प्राप्त करने के लिए टायरों में प्रेशर ठीक रखना चाहिए.
ड्राइविंग में बदलाव
अगर मेकैनिक के मुताबिक कार के सभी पार्ट्स सही तरह से काम कर रहे हैं तो फिर आपको अपनी ड्राइविंग में थोड़ा बदलाव करना चाहिए। कई लोग कार को सही गियर में नहीं चलाते हैं, जिसके कारण कार के एवरेज में कमी होती है। इसलिए सबसे पहले सही गियर में कार को चलाना सीखना चाहिए।
क्या होता है गियर का काम
सभी कारों में गियर का काम कार को चलाने के लिए काफी जरूरी होता है। गियर के जरिए ही इंजन की ताकत पहियों तक पहुंचती है। कार में मुख्य तौर पर आगे के लिए पांच और पीछे के लिए एक गियर होता है। लेकिन कई कारों में आगे के लिए छह और पीछे के लिए एक गियर भी आता है। ऐसे में अगर सही गियर में कार को नहीं चलाया जाता तो कार के इंजन से पहियों को सही ताकत भी नहीं मिल पाती। जिससे इंजन को ज्यादा क्षमता से काम करने के बाद भी पहियों तक पूरी पावर नहीं मिलती। इसका सीधा असर कार के एवरेज पर होता है।
किस गियर में होती है खपत
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कार को जब स्टार्ट करने के बाद चलाया जाता है, तो पहला गियर लगाया जाता है। पहले गियर में ही कार के पहियों को सबसे ज्यादा ताकत मिलती है और इसी गियर में कार सबसे ज्यादा तेल भी पीती है। टायर को पहले गियर में ताकत तो ज्यादा मिलती है लेकिन टायर घूमने का रोटेशन कम होता है।
इस गियर में मिलता है ज्यादा एवरेज
कार को सबसे ज्यादा एवरेज हमेशा टॉप गियर में मिलता है। अगर किसी कार में पांच के साथ एक गियर है तो उस कार में सबसे ज्यादा एवरेज पांचवें गियर में मिलेगा। जबकि अगर किसी कार में छह के साथ एक गियर है तो उस कार में सबसे ज्यादा एवरेज छठे गियर में ही मिलेगा।