MP tourist places: नया साल आ गया है। ऐसे में जश्न और सैर-सपाटे की प्लानिंग भी शुरू हो गईं हैं। बात प्राकृतिक नजारों के बीच जश्न मनाने की हो तो मप्र की प्राकृतिक छटा आपके जश्न में चार-चांद लगा देगी। नए साल की छुट्टियां मनाने के लिए मध्यप्रदेश टूरिस्ट की पहली पसंद बनता जा रहा है। यहां का नैसर्गिक सौंदर्य सबको लुभा रहा है। यही वजह है कि यहां होट्ल्स और रिसॉर्ट्स की बुकिंग में भी एकाएक तेजी आ गई है। दरअसल, मध्य प्रदेश भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है। पर्यटन के लिहाज से यहां काफी कुछ देखने और घूमने लायक है। पहाड़ों से गिरते झरने, सतपुड़ा पर्वत की खूबसूरती, घने जंगल हों या फिर यहां के ऐतिहासिक स्मारक, बड़ी संख्या में पर्यटक मध्य प्रदेश पहुंचते हैं। यदि आप भी नए साल में यहां छुट्टियां बिताने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कुछ प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में…
पचमढ़ी
पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एक मात्र हिल स्टेशन है, जिसे ‘क्वीन ऑफ सतपुड़ा’ भी कहते हैं। यहां पांच पांडवों ने आज्ञातवास के समय ज्यादा समय बिताया था, जिसके बाद इसका नाम पचमढ़ी हो गया। पचमढ़ी का सुहावना मौसम देखने लायक होता है। यहां पूरे देश से लोग आते हैं। यह मध्यप्रदेश का सबसे ऊंचा पर्यटन स्थल है।
मांडू
मांडू को दुनिया का सबसे बड़ा किलो का शहर कहा जाता है। यहां के किले करीब 100 साल पुराने हैं। इसका पुराना नाम मांडव है। घूमने के लिए यहां जहाज महल, मांडू का किला, रानी रूपमती का महल देखने लायक है। सबसे खास यहां की कुदरती खूबसूरती है।
कान्हा
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित कान्हा अभयारण्य देश के बड़े नेशनल पार्क में से एक है। टाइगर रिजर्व के लिए देश-विदेश से लोग यहां घूमने आते हैं। यह तकरीबन 2051.74 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। सबसे खास है कि यहां बाघ और दुर्लभ बारहसिंगा देखने को मिल जाते हैं। इस अभयारण्य में पक्षियों की तकरीबन 300 से भी अधिक प्रजातियां हैं।
‘मोगली’ का घर यानी पेंच
पेंच राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के सिवनी और छिन्दवाड़ा जिलों में फैला हुआ है। ‘मोगली’ का घर यानी पेंच नेशनल पार्क…। यह मध्यप्रदेश के 6 टाइगर रिजर्व में से एक है। पार्क की न सिर्फ टाइगर बल्कि ‘जंगल बुक’ के किरदार बघीरा यानी ब्लैक पैंथर (तेंदुए) के रूप में भी पहचान है। पेंच नेशनल पार्क कई तरह के वनस्पतियों और जीवों का घर है, यहां का नैसर्गिक सौंदर्य हर किसी को रोमांचित कर देता है। जंगली जानवरों के हिसाब से समृद्ध जंगल और शांत वातावरण पर्यटकों को ख्ूाब भाता है। पेंच में ब्लैक पैंथर सहित 60 से ज्यादा बाघ हैं।
सांची
मध्यप्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है- सांची, जहां भगवान बुद्ध ने काफी समय बिताया था। यह अपने आप में आकर्षण का केंद्र है। सांची का स्तूप भारत के अमूल्य धरोहर में से एक है। इसका नाम यूनेस्को द्वारा वल्र्ड हैरिटेज में दर्ज हुआ है।
इंदौर-भोपाल और उज्जैन भी लुभा रहा
प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे शहरों तक पहुंचने के लिए आवागमन के साधन सुलभ हो चले हैं। वर्तमान में इंदौर में 70 से अधिक विमान आ-जा रहे हैं। रेल और सड़क मार्ग से भी आवागमन की आसान और सुविधायुक्त उपलब्धता से भी टूरिस्ट की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही इंदौर, भोपाल, उज्जैन की साफ-सफाई व्यवस्था, यहां के ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का विकास अब टूरिस्ट को खासा आकर्षित कर रहा है। बात भोपाल की करें तो यह झीलों के शहर के नाम से जाना जाता है। भोपाल में घूमने के लिए वन विहार नेशनल पार्क, लेक व्यू और हनुमान टेकरी, भोजपुर सहित कई जगहें हैं।