Jaggery : गुड़ एकदम देसी और हमारी परंपरागत मिठाई है। इसे गन्ने से तैयार किया जाता है लेकिन साथ ही ताड़ के रस और खजूर के रस से भी गुड़ तैयार किया जाता है। गुड़ में कैलरी के अलावा और भी कई विटमिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर को हेल्दी रखते हैं। साथ ही गुड़ की तासीर गर्म होती है और यह शरीर को ठंड के असर से बचाने का काम करता है। यही कारण है कि सर्दी के मौसम में गुड़ और मूंगफली से बनी गुड़ चिक्की, तिल और गुड़ से बनी तिल पापड़ी, गजक और गुड़ से तैयार काढ़े का उपयोग किया जाता है।
आयुर्वेद में गुड़ को विशेष स्थान प्राप्त है और कई औषधियां बनाने में गुड़ का उपयोग किया जाता है। साथ ही कई रोगों के उपचार के दौरान भी रोगियों को सीमित मात्रा में गुड़ खाने का सुझाव दिया जाता है। जैसे, एनीमिया होने पर आयुर्वेदिक डॉक्टर गुड़ और इससे तैयार खाद्य पदार्थ खाने के लिए कहते हैं। सर्दी के मौसम में गुड़ किन परेशानियों से बचाता है, साथ ही गुड़ खाने से और क्या लाभ होते हैं, यहां इसी बारे में जानकारी दी गई है।
अगर आप भी गुड़ का सेवन करती हैं तो इन 3 बातों के बारे में जरूर जान लें
हमेशा 1 साल पुराने गुड़ का इस्तेमाल करें
पुराना गुड़ के नए गुड़ की तुलना में बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं। यह हल्का होता है, नाड़ियों को अवरुद्ध नहीं करता है और ब्लड को शुद्ध करता है। जबकि नए गुड़ में विपरीत गुण होते हैं और यह कृमि संक्रमण या आंत के डिस्बिओसिस और कफ असंतुलन जैसे सर्दी, खांसी का कारण बनता है।पुराने गुड़ का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों को बनाने में किया जाता है। यह लिवर और स्प्लीन कंडीशन्स में लाभकारी है। यह दिल के लिए अच्छा और वात को संतुलित करता है।पुराने गुड़ का स्वाद थोड़ा नमकीन और रंग थोड़ा गहरा होता है। ज्यादा नमकीन नहीं होने का मतलब यह हो सकता है कि यह मिलावटी है।
गुड़ और दूध को साथ में नहीं लेना चाहिए
दूध और गुड़ में विपरीत गुण होते हैं क्योंकि गुड़ गर्म होता है जबकि दूध ठंडा होता है।जबकि गुड़ लाभों से भरा होता है और इसमें विटामिन, फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम होता है, दूध के साथ इसका कॉम्बिनेशन हानिकारक हो सकता है।
गुड़ की शुद्धता
यह समझना जरूरी है कि बाजार में मिलने वाले हल्के रंग का गुड़ आमतौर पर शुद्ध नहीं होता है। सोडियम बाइकार्बोनेट और कैल्शियम कार्बोनेट जैसे योजक गुड़ में हल्का रंग लाते हैं। गोल्डन ब्राउन या डार्क ब्राउन कलर का गुड़ शुद्ध बताया गया है।
गुड़ में कई गुण पाए गए हैं-
यह एक विष-रोधी एजेंट के रूप में काम कर सकता है।इसमें एंटी-नियोप्लास्टिक गुण होते हैं।इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण हो सकते हैं।इसका decongestant प्रभाव हो सकता है।
गुड़ खाने की विधि
गुड़ एक ऐसा भोज्य पदार्थ है, जिसे आप किसी भी सीजन में और किसी भी समय खा सकते हैं। इसे दूध के साथ खाने पर शरीर को बहुत अधिक लाभ मिलता है और नींद की क्वालिटी में भी सुधार होता है।भोजन करने के बाद मीठा खाने की इच्छा हो तो गुड़ का सेवन ही सर्वोत्तम होता है। क्योंकि यह मीठे की क्रेविंग तो शांत करता ही है, साथ में पाचन को बेहतर बनाता है।स्नैक्स टाइम में गोला (सूखा नारियल), मूंगफली, बादाम, अखरोट के साथ थोड़ा-सा गुड़ खाने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहता है।सर्दी के मौसम में गुड़ की चिक्की, गुड़ तिल से बनी मिठाइयां, आटे और गुड़ से बने लड्डू खाने से ठंड का असर नहीं होता है।
गुड़ के फायदे
गुड़ कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जिसके कारण गुड़ खाने के अनेक फायदे होते हैं। बस ध्यान दें कि यह किसी बीमारी का उपचार नहीं है। यह बस नीचे बताई गई समस्याओं से कुछ हद तक राहत पहुंचाने में और उनसे बचाव में सहायक हो सकता है।
1.पाचन के लिए
लोग अक्सर भोजन के बाद मीठा खाना पसंद करते हैं। ऐसे में चीनी से बनी कोई चीज खाने की जगह गुड़ का सेवन किया जा सकता है। इसे पाचन के लिए अच्छा माना जाता है । दरअसल, गुड़ का सेवन करने के बाद यह शरीर में डाइजेस्टिव एजेंट की तरह काम करके पाचन क्रिया को बेहतर कर सकता है । इसी वजह से गुड़ के फायदे में पाचन को भी गिना जाता है।
2.एनीमिया
एनीमिया के दौरान शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती है। इससे थकान और कमजोरी होने लगती है। अधिकतर एनीमिया की समस्या आयरन की कमी के कारण होती है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में भी हुई है। इस शोध के अनुसार, एनीमिया से बचाव करने के लिए डाइट में आयरन युक्त गुड़ के साथ ही अन्य खाद्य पदार्थों को शामिल किया जा सकता है । इसके अलावा, डाइट में रिफाइंड शुगर की जगह गुड़ का इस्तेमाल मीठे के तौर पर कर सकते हैं।
3.लीवर डिटॉक्सिफिकेशन के लिए
गुड़ खाने के फायदे में लीवर को डिटॉक्सिफाई यानी विषैले पदार्थों को निकालना भी शामिल है। दरअसल, गुड़ में मौजूद माइक्रोन्यूट्रिएंट्स एंटीटॉक्सिक प्रभाव दिखाते हैं, जो शरीर से टॉक्सिक चीजों को बाहर निकालने में सहायक हो सकता है । इसके अलावा, गुड़ के सेवन से लीवर को रेगुलेट करने और उसे साफ रखने में भी मदद मिल सकती है ।
4.इम्यूनिटी के लिए
माना जाता है गुड़ का सेवन करके इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकता है। ऐसा सभी प्रकार के गुड़ का सेवन करने से नहीं होता है। दरअसल, कुछ गुड़ को बनाते समय आंवला पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे गुड़ में विटामिन-सी होता है, जो रोग प्रतिरक्षा क्षमता को बेहतर कर सकता है । ऐसा अन्य किस्म के गुड़ कर सकते हैं या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है।
5.ब्रोंकाइटिस में सहायक
गुड़ के फायदे में ब्रोंकाइटिस की समस्या से राहत दिलाना भी शामिल है। एक शोध में इस बात का जिक्र है कि, गुड़ में कई ऐसे गुण होते हैं जो ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों में इन्फेक्शन से निजात दिलाने का काम कर सकते हैं । इस आधार पर गुड़ का सेवन ब्रोंकाइटिस की समस्या को दूर करने में लाभकारी हो सकता है।
6.एंटीऑक्सीडेंट की तरह
गुड़ को एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इस संबंध में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। यह प्रभाव शरीर में फ्री रेडिकल्स के असर को कम करके इनसे होने वाले नुकसान से बचाने का काम कर सकता है। दरअसल, गन्ने के जूस में मौजूद फेनोलिक घटक की वजह से गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव दिखाए देते हैं ।
7.रक्तचाप के लिए
गुड़ खाने के फायदे में रक्तचाप को नियंत्रित रखना भी शामिल है। दरअसल, गुड़ में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो ब्लड प्रेशर रेगुलेशन में मदद कर सकता है। इससे रक्तचाप बढ़ने के जोखिम से बचा जा सकता है । साथ ही गुड़ में पोटैशियम और कम मात्रा में सोडियम भी होता है। ये शरीर की कोशिकाओं में एसिड का संतुलन बनाए रखते हैं, जिससे रक्तचाप को नियंत्रित रखा जा सकता है ।
8.हृदय के लिए
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए गुड़ के फायदे देखे जा सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, गुड़ हृदय के लिए लाभदायक हो सकता है। दरअसल, इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, सेलेनियम, मैंगनीज और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये सभी हृदय की कार्य प्रणाली को रेगुलेट करने में मदद कर सकते हैं । फिलहाल गुड़ के इस फायदे से जुड़े मैकेनिज्म को लेकर अधिक वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।
9.ऊर्जा के लिए
शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए गुड़ का सेवन करना बेहतर साबित हो सकता है। इससे जुड़ी एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो गुड़ में एनर्जी यानी ऊर्जा की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इससे मिलने वाली ऊर्जा से व्यक्ति दिनभर चुस्त रहता है । दरअसल, गुड़ धीरे-धीरे पचता है और शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देता रहता है, जिस वजह से इसे एनर्जी का स्रोत माना जाता है ।
10.त्वचा के लिए
गुड़ के फायदे त्वचा के लिए भी हो सकते हैं। दरअसल, गुड़ के उपयोग से बैक्टीरिया व फंगस की समस्या से राहत मिल सकती है, क्योंकि इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है । बैक्टीरिया त्वचा संबंधी विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिसमें इम्पेटिगो , एडिमा और सूजन आदि शामिल हैं ।वहीं, गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रभाव भी होता है, जिसके बारे में हम ऊपर बता ही चुके हैं। यह इफेक्ट कोशिकाओं और ऊतकों को क्षति से बचाने का काम कर सकता है। इसके अलावा, यह एजिंग की प्रक्रिया को भी धीमा करने में सहायक हो सकता है ।
11.बालों के लिए
गुड़ के औषधीय गुण के कारण इसे बालों के लिए भी अच्छा माना जाता है। वैसे तो इसको लेकर किसी तरह का सटीक वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। हां, कुछ लोगों के बाल आयरन की कमी के कारण भी झड़ने लगते हैं । ऐसे में गुड़ में मौजूद आयरन बालों का झड़ना कुछ कम कर सकता है ।
गुड़ के नुकसान
गुड़ के फायदे कई होते हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से गुड़ खाने के नुकसान भी हो सकते हैं। हालांकि, इसके नुकसान से जुड़े ज्यादा वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं हैं, पर इसके नुकसान में यह शामिल हो सकते हैं :
- अधिक मात्रा में गुड़ खाने से इसमें मौजूद शुगर के कारण टाइप 2 मधुमेह रोग का जोखिम बढ़ सकता है ।
- गुड़ ज्यादा खाने से दांत में कीड़े होने की समस्या हो सकती है।
- शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है, जो मोटापे का कारण बन सकती है।