Goose Bumbs:रोंगटे खड़ा होना बहुत ही सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में आपके रोंगटे क्यों खड़े होते हैं? रोंगटे खड़े होने का वैज्ञानिक कारण स्ट्रेस हॉर्मोन जिसे ऐड्रेनलिन कहते हैं के अवचेतन अवस्था में रिलीज होने पर ही रोंगटे खड़े होते हैं। ढीली होती हुई मांसपेशियों को उत्साह और घबराहट के समय हमारे शरीर अक्सर कसने की कोशिश करता है, जिससे रोंगटे खड़े होते हैं। इस लेख में आपको बताएंगे रोंगटे खडे़ होने का कारण।
रोंगटे खड़े होने के कारण-
रोंगटे खड़े होना शरीर की सामान्य प्रतिक्रिया है, जो उत्साह, घबराहट, संवेदनशीलता या बदलते मौसम के समय सामान्य होती है। इसके अलावा, धूप में खड़े रहने, सर्दी, या बदले मौसम के समय भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं। इन स्थितियों में, हमारे शरीर को अपना तापमान बनाए रखने के लिए, मूंगे की तरह हमारे बालों के उभे हुए हिस्से में कुछ शरीर के अंश ढंके हुए होते हैं जिन्हें हम बालों खड़े करते हैं।
अगर आपके साथ रोंगटे खड़े होने की दिक्कत ज्यादा होती है तो आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। लेकिन अगर रोंगटे खड़े होने के साथ कुछ और लक्षण दिखाई देते हों तो डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी होता है।
गानों को सुनकर काफी इमोशनल हो जाता है। जिसके कारण उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं जो यह बात का संकेत है की ऐसे लोग गानें सुनते वक्त उसके शब्दों से काफी ज्यादा जुड़ाव महसूस करते हैं।
कई बार आपको जब डर लगता है तो आपके हाथ-पैर के बाल अचानक खड़े हो जाते हैं। रोंगटे खड़े होने का अनुभव आपको उस वक्त भी होता है जब आप कोई हॉरर फिल्म या डरावनी वीडियो देखते हैं या फिर कई बार तो अतीत में हो चुकी किसी पुरानी घटना को याद करके भी आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
रोंगटे खड़े होने से बचने के लिए उपाय-
रोंगटे खड़े होने से बचने के लिए शरीर के अंगों की मालिश कर सकते है।
ध्यान, स्थिरता से व्यायाम, योग अथवा मेडिटेशन जैसे तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।