हिमाचल प्रदेश में लगातार बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कामरू और टोंगचे नाला में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने के बाद आई बाढ़ में 12 परिवारों के सेब के बगीचे पूरी तरह तबाह हो गए। हालांकि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन बागवानों की सालभर की सेब बगीचों की मेहनत मिट्टी में मिल गई।
गाड़ियां और मोटरसाइकिल भी बाढ़ की चपेट में आकर बह गए। कड़छम सांगला सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। टापरी के नजदीक रूनग नाला में बाढ़ आने से नेशनल हाईवे-5 अवरुद्ध हो गया है। वहीं झाकड़ी के समीप ब्रोनी नाले में जलस्तर बढ़ने से भी नेशनल हाईवे-5 पर यातायात पूरी तरह से ठप है। हाईवे अवरुद्ध होने से शिमला और किन्नौर जिले का संपर्क कट गया है। शिलारू में भी पहाड़ी दरकने के कारण बसों को वाया सुन्नी होकर भेजा जा रहा है। भारी बारिश के बीच कुल्लू जिले के आनी उपमंडल में 20 जुलाई से 22 जुलाई तक स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। एसडीएम आनी ने यह जानकारी दी।
बीते तीन दिन में हिमाचल में तीन जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं. बुधवार को चंबा के सलूणी में भारी बारिश से गाड़ियां बह गई थी. इसी तरह कुल्लू के रायसन में भी मंगलवार को काईस में फ्लैश फ्लड से 1 युवक की मौत हो गई थी, जबकि कुछ गाड़ियां नाले में बहीं थी. तीन अन्य लोग भी घटना में घायल हुए थे. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश काफी नुकसान हो रहा है
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कैसा रहेगा मौसम
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से गुरुवार सुबह तक शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे समेत 735 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा, 224 पेयजल योजनाएं और 990 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़े हुए हैं. चंबा, कांगड़ा और मंडी, शिमला जिले के कई क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे हैं. प्रदेश के कई क्षेत्रों में 20 से 23 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है. 25 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने के आसार बने हुए हैं.