भारतीय रेलवे एक नई योजना पर काम कर रहा है। इस योजना के बारे में बताते हुये रेलवे के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि आने वाले समय में शीघ्र ही विश्व प्रसिद्ध उज्जैन महाकाल मंदिर की भस्म आरती को प्रदेश के कुछ रेलवे स्टेशनों पर लाइन दिखाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसकी शुरूआत उज्जैन और इंदौर के रेलवे स्टेशनों सी की जा रही है। जिससे अब महाकाल के भक्तों को भस्म आरती में शामिल न हो पाने की कसक नहीं रहेगी। बताया जा रहा है कि रेलवे वीआर तकनीक के उपयोग कर भस्म आरती को दिखाने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। पश्चिम रेलवे रतलाम के रेल मंडल के पीआर निरीक्षक मुकेश कुमार बताते हैैं कि वीआर तकनीक यानी वर्चुअल रियालिटी तकनीक के उपयोग से भस्म आरती को इंदौर और उज्जैन के रेलवे स्टेशनों पर लाइन दिखाया जा सकेगा। इसके लिये भोपाल में एक निजी कंपनी को रेलवे और इस काम के लिये जिम्मेदारी सौैंपी है। उज्जैन और इंदौर रेलवे स्टेशनों पर इस आरती को दिखाने के लिये 200 वर्ग का स्थान भी निर्धारित कर दिया गया है जहां पर भस्म आरती के रेलवे स्टेशन पर दिखाने के लिये उपकरण लगाए जायेंगे। इसके लिए रेलवे प्रतिवर्ष 10 लाख रुपये इस कंपनी को अदा करेगी।
जनसंपर्क अधिकारी मुकेश कुमार बताते हैैं कि भस्म आरती के अतिरिक्त महाकाल के लाइन दर्शन और ऐतिहासिक स्थानों का भी प्रसारण इस माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी इसके लिये तय शुल्क लेकर श्रृद्धालुओं को यह सुविधान प्रदान करेगी। यहां बता दें कि महाकाल महालोक बनने के बाद से ही उज्जैन में आने वाले भक्तों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ चुकी है जिसकी वजह से सुबह होने वाली भस्म आरती में सभी भक्तों को इस आरती का दर्शन लाभ नहीं हो पाता है।