Snake Bite: आमतौर पर सर्पदंश से इस इलाके में सालाना दर्जनों मौत होती है। नागलोक से पहचाने जाने वाला यह इलाका छत्तीसगढ़ का जशपुर है। इस इलाके में देश में सर्वाधिक किस्म और उनकी बढ़ती आबादी वाले सांप पाए जाते है। इतिहास बताता है कि छत्तीसगढ़ का नागलोक विषपुरुष और विषकन्याओ का जन्मदाता रहा है। देश में सर्पदंश से होने वाली मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा साल दर साल जशपुर के ही नाम दर्ज रहता है। यहां कई घरो में जहरीले नाग सांपो का रेन बसेरा है।
नाग सांपो के बीच जिंदगी का गुजर बसर करना यहां की एक बड़ी आबादी की दिनचर्या का हिस्सा है। इसी इलाके में यह अद्भुत घटना सामने आई है। एक बौखलाए नाग ने इस बच्चे पर हमला कर दिया। ये बच्चा अपनी जान बचाने के लिए मौके से भाग निकलने के बजाए उस नाग से दो-दो हाथ कर बैठा। करीब आधा घंटे तक इस बच्चे और नाग के बीच सीधे भिड़ंत हुई। लोग इस नज़ारे को देखकर हैरत में पड़ गए। उनकी आँखे उस समय फटी की फटी रह गई जब बच्चे ने उस नाग हो कई जगह से काट कर मरणासन्न अवस्था में पहुंचा दिया। हालाँकि दम तोड़ने से पहले इस नाग ने भी पीड़ित बच्चे को कई जगह से काट कर लहूलुहान कर दिया था। नाग के दम तोड़ते ही परिजनों ने बच्चे को फ़ौरन अस्पताल ले गए।
घटना,छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक अंतर्गत पंडरापाठ की है। पंडरापाठ में रहने वाला पहाड़ी कोरवा बच्चा दीपक राम अपने घर के पास खेल रहा था। खेलने के दौरान एक नाग सांप ने उसके हाथ में काट लिया। इस बच्चे को भी सांप के काटने पर गुस्सा आ गया । इससे पहले की सांप वहां से दूर भाग निकल पाता, दीपक ने उसे पकड़कर अपने दांतों से काट लिया। दीपक के वार से बुरी तरह से घायल नाग की मौत हो गई। उधर अस्पताल में भर्ती बच्चा स्वास्थ्य बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि जशपुर से लगे इलाके में सांपों की 70 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं इनमें कोबरा की चार और करैत की तीन अत्यंत विषैली प्रजातियां भी शामिल हैं सांपों का रेस्क्यू करने वाले केसर हुसैन बताते हैं कि जशपुर क्षेत्र में बहुतायत मात्रा में सांप पाए जाते हैं वे बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में जितने भी प्रजाति के सांप पाए जाते हैं, उनमें से 80% सांपों की प्रजाति जशपुर में मौजूद है जशपुर में कुल 26 प्रकार के सांपों की प्रजाति पाई जाती है