‘ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया, भारत के दुश्मनों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं’: पीएम मोदी

0
12

अरियालुर: 'ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि भारत को निशाना बनाने वाले दुश्मनों और आतंकवादियों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं है. ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि अगर भारत की संप्रभुता पर हमला हुआ तो वह किस तरह जवाब देगा. सीमा पार सैन्य हमले ने पूरे देश में एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है.'

आदि तिरुवथिरई उत्सवः

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिल नाडु के अरियालुर में ये बातें कहीं. तमिलनाडु के अरियालुर जिले के गंगईकोंडा चोलपुरम में प्रतिष्ठित चोल राजा राजेंद्र चोल-प्रथम की जयंती के अवसर पर 'आदि तिरुवथिराई उत्सव' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. 'आदि तिरुवथिरई' को तमिल माह आदि में राजा का जन्म नक्षत्र तिरुवथिरई के उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है.

 

 

दुनिया को भारत की ताकत का एहसासः

पीएम मोदी ने कहा, जब मैं हेलीपैड से यहां आया, तो 3-4 किलोमीटर की दूरी अचानक एक रोड शो में बदल गया. हर कोई ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा कर रहा था. ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे देश में एक नई जागृति, एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है. दुनिया को भारत की ताकत का एहसास होना चाहिए." इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग प्रधानमंत्री को सुनने पहुंचे थे.

चोल काल की प्रशंसा कीः

मोदी ने आगे कहा कि सम्राट राजराज चोल और उनके पुत्र राजेंद्र चोल-प्रथम के नाम भारत की पहचान और गौरव के पर्याय हैं. उन्होंने घोषणा की कि तमिलनाडु में उनकी भव्य प्रतिमाएं बनाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि ये प्रतिमाएं "हमारे ऐतिहासिक जागरण के आधुनिक स्तंभ" होंगी. पीएम मोदी ने कहा, लोकतंत्र पर टिप्पणी करते हुए कई लोग ब्रिटेन के मैग्ना कार्टा का ज़िक्र करते हैं. चोल काल की 'कुदावोलाई व्यवस्था' उससे भी पहले की है. चोल काल में अपनाई गई व्यवस्था एक हजार साल से भी ज़्यादा पुरानी है.

 

 

क्या है ऑपरेशन सिंदूरः

ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में किए गए एक सैन्य हवाई अभियान का नाम है. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के शिकार मासूम नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए शुरू किया गया था. इस कार्रवाई में 9 आतंकी कैंपों को टारगेट कर पूरी तरह से बर्बाद किया गया था.