नाईपुरा: के मोहल्ला बुद्ध नगर निवासी उत्तर प्रदेश भंडारण निगम में बतौर लिपिक पद पर नियुक्त हुए। 39 साल की नौकरी के बाद जुलाई 2015 में वरिष्ठ अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद 2016 में उपभोक्ता न्यायालय में सदस्य भी रहे।जुलाई 2021 में इस पद से सेवानिवृत्त हुए। रेडियो और पुराने उपकरण को सहेज कर रखने और लाने के शौक ने उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज करा दिया। जिसका प्रमाणपत्र उनको बीते साल दिया गया। उनके संग्रहालय में 1257 तरह के विभिन्न कंपनियों के रेडियो हैं।रेडियो के नाम से पहचान बना चुके 11 फरवरी और 12 फरवरी की सुबह रामपुर आकाशवाणी केंद्र पर कार्यक्रम प्रसारित किया गया।यूनेस्को ने जलवायु परिवर्तन पर रेडियो की क्या उपयोगिता है, इस विषय पर उनके संग्रहालय का जिक्र किया।बीते साल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली आमंत्रित किए गए थे | संग्रहालय में दुर्लभ सिक्कों, पुस्तकों, उपकरणों के साथ ही हमारी आजादी की कहानी कहने वाले अखबार भी रखे हैं। उनका कहना है कि देश को आजाद होने पर अगले दिन जो अखबार प्रकाशित हुआ था, उसकी प्रति उनके संग्रहालय में उपलब्ध है। इससे पहले अखबार भी उनके यहां उपलब्ध हैं।
रेडियो पर सुना था गांधी जी के निधन का समाचार
राम सिंह बौद्ध के संग्रहालय में दुनिया की सभी नामी कंपनियों के रेडियो हैं। उनके संग्रहालय में वह भी रेडियो है, जिससे हसनपुर के लोगों ने 30 जनवरी 1948 को गांधी जी के निधन की खबर सुनी थी। यह उन्होंने रेडियो हसनपुर के जमींदार विनय कुमार गुप्ता ने 1945 में खरीदा था। पूरे हसनपुर में उनके ही पास उस वक्त रेडियो था। राम सिंह बौद्ध कहते हैं कि दो साल पूर्व विनय कुमार गुप्ता उनके संग्रहालय में आए और उनको वह रेडियो उपहार में दिया, जिस पर हसनपुर के लोगों ने गांधी जी की मौत का समाचार सुना।