दक्षिणी दिल्ली का अंबेडकर नगर थाना दिल्ली पुलिस के वार्षिक मूल्यांकन में वर्ष 2025 के लिए सर्वश्रेष्ठ थाना चुना गया है। अपराध नियंत्रण व शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सहित कई पहलुओं पर जांच के बाद अंबेडकर नगर थाने को यह खिताब दिया गया है।
अंबेडकर नगर थाना प्रभारी निरीक्षक रामपाल और उनकी टीम को इस उपलब्धि के लिए 16 फरवरी को दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। दिल्ली में पुलिस थानों की देखरेख और कार्यप्रणाली को सुधारने के उद्देश्य से हर साल एक प्रतियोगिता आयोजित की जाती है, जिसमें सर्वश्रेष्ठ तीन थानों का चयन किया जाता है।
प्रत्येक जिले से एक-एक थाने को इस प्रतियोगिता में शामिल किया जाता है और उनका मूल्यांकन विभिन्न मानकों पर किया जाता है। इन मानकों में थाने के रिकार्ड का रखरखाव, सफाई, शिकायतों का निपटारा, लंबित मामले, मालखाने की स्थिति, अनुशासन और भगोड़े अपराधियों की गिरफ्तारी आदि शामिल होता है। इसके मूल्यांकन के लिए दिल्ली पुलिस की कमेटी का गठन किया जाता है।
पिछले साल नहीं हुई हत्या की एक भी वारदात
थाने को बेस्ट चुने जाने के दौरान मूल्यांकन कमेटी ने पाया कि वर्ष 2024 में अंबेडकर नगर थाना क्षेत्र में हत्या की एक भी वारदात नहीं हुई, जबकि वर्ष 2023 में हत्या की छह वारदात हुई थी। वर्ष 2023 की तुलना में 2024 में अपराधों में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है, जबकि मामलों को सुलझाने की दर में आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई।
लंबित मामलों में आई गिरावट
अंबेडकर नगर थाने में लंबित मामलों का भी तेजी से निपटारा किया गया, जिससे उसमें काफी कमी आई। थाने के रिकार्ड के मुताबिक 31 दिसंबर 2022 को 436 मामले लंबित थे, जो 2023 में घटकर 383 रह गए और 2024 में और कम होकर 316 पहुंच गए।
इन मामलों में भी आई कमी
अंबेडकर नगर थाने में वर्ष 2024 में दर्ज मामलों में वर्ष 2023 की तुलना में कमी आई है। इनमें चोरी के मामले 2023 की तुलना में 89 से घटकर 70 हुए। झपटमारी के मामलों में 19 प्रतिशत तक की गिरावट आई और 31 की तुलना में 25 मामले ही सामने आए।
मोबाइल झपटमारी में भी 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2023 में 75 वारदात हुई, मगर पुलिस की सक्रियता से 2024 में घटकर 52 रह गई। चोरी की घटनाओं में भी 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और वर्ष 2023 में 508 की तुलना में 2024 में 454 वारदात हुई।
घरों में चोरी की घटनाएं भी 52 से घटकर 31 रह गई। अंबेडकर नगर थाना पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग को भी काफी प्रभावी बनाया। पुलिस मित्र, अमन समिति व प्रहारी योजना के तहत अपराध नियंत्रण के लिए जागरूक किया।