रायपुर: राज्य सरकार के 14 महीने पूरे होने वाले हैं। इस दौरान सरकार की योजनाएं राज्य के शहरों और गांवों के लोगों तक कितनी पहुंची हैं, लोगों को इसका लाभ मिल रहा है या नहीं। अब जमीनी स्तर पर इसकी जांच की जाएगी। सरकार अप्रैल में गांवों में चौपाल लगाएगी। चौपाल में मुख्यमंत्री समेत मंत्री, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, विधायक और अधिकारी सभी लोगों की समस्याएं पूछेंगे और मौके पर ही उनका निराकरण कराने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को देंगे। सूत्रों के मुताबिक चौपाल लगाने को लेकर शासन स्तर पर तैयारी की जा रही है।
कांग्रेस ने भी गांवों में लगाए शिविर
जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, तब भी अप्रैल से मई तक गांवों में लोगों की समस्याओं के निराकरण और ग्रामीण-शहरी जनता से सीधे संवाद करने के लिए तुम्हार सरकार तुम्हार द्वारा कार्यक्रम चलाया जाता था। इस दौरान तत्कालीन सीएम भूपेश खुद लोगों से सीधे बात कर उनकी समस्याएं पूछते थे साथ ही सुझाव भी मांगते थे।
सीएम सचिवालय करेगा निगरानी
सूत्रों का कहना है कि चौपाल की पूरी तैयारी और कार्यक्रम की रूपरेखा सीएम सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में बनाई जा रही है। इसके बाद ही सीएम की अनुमति से चौपाल कहां से शुरू होगी इसकी तारीख तय की जाएगी।
लगेगी अफसरों की क्लास
चौपाल में सबसे ज्यादा फोकस केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर रहेगा। जमीनी स्तर पर लोगों को कितना लाभ मिला है इसकी जांच की जाएगी। योजनाओं का लाभ नहीं मिलने की शिकायत पर क्षेत्र के अफसरों की क्लास भी लगाई जा सकती है। ज्यादा गंभीर शिकायत होने पर अफसरों और कर्मचारियों पर प्रशासनिक कार्रवाई भी की जा सकती है।