उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अप्रैल में उड़ान शुरू होने पर देरी हो सकती है. यहां से पहली उड़ान के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा. इसकी वजह अभी तक एयरोड्रम लाइसेंस न मिलना बताया जा रहा है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से यह लाइसेंस मिलता है. इसके मिलने पर ही एयरपोर्ट से उड़ान भरी जाती हैं. मई महीने में एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) की ओर से लाइसेंस के लिए जनवरी में अप्लाई किया गया था. यापल का दावा है कि वह एयरपोर्ट से उड़ान जल्द शुरू कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार से लगातार बात कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि एयरोड्रम लाइसेंस मिलने और एयरपोर्ट के अधूरे कम पूरे होने पर मई-जून में पहली उड़ान शुरू हो जाएगी. इसके कुछ महीनों बाद इंटरनेशनल उड़ाने भी शुरू कर दी जाएंगी.
तेजी से चल रहा काम
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 17 अप्रैल से पहली उड़ान शुरू की जानी थी. लाइसेंस न मिलने से अब इसे आगे बढ़ा दिया गया है.बात करें एयरपोर्ट के अंदर के काम की तो एयरपोर्ट के कार्गो हब, एटीसी, वॉच टॉवर, ट्रेनिंग रुम, निकास के लिए सड़क, कैश गेट और अन्य उपकरण लग गए हैं. इसके अलावा आईपी पब्लिकेशन, समानांतर टैक्सी-वे, प्रवेश निवास टैक्सी-वे, आइसोलेटेड पार्किंग तैयार हो चुकी है.
ग्रेटर नोएडा से है 35 किमी दूर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी तेजी से चल रहा है. इसे यमुना एक्सप्रेस-वे के इंटरचेंज से जोड़ा जा चुका है. एयरपोर्ट का उद्घाटन होते ही इस मार्ग को आम लोगों के खोल दिया जाएगा. जेवर में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर में फैला हुआ है. इसकी दूरी ग्रेटर नोएडा से तकरीबन 35 किमी है. इधर, यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद आगरा, अलीगढ़, मथुरा जिले के लोग इससे आसानी से जुड़ेंगे. जल्द ही एयरपोर्ट से पहली उड़ान शुरू होने की घोषणा की जाएगी.