भोपाल। सीहोर जिले के भैरूंदा तहसील के गिल्लौर गांव में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत आयोजित सम्मेलन में सपत्नीक शामिल हुए। प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के कर्मचारियों को बड़ी सौगात देते हुए चार प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा कर दी है।
सामूहिक कन्या विवाह/निकाह योजना के आयोजन में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कर्मचारियों का डीए चार प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच चार प्रतिशत डीए का जो अन्तर है, वह समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रोजगार सहायकों की भी अपेक्षाएं हैं, उनकी समस्यों के समाधान के लिए शीघ्र ही रोजगार सहायकों की पंचायत बुलाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का पहले ही मानदेय बढ़ाया है तथा उनके के लिए इक्रेमंट की घोषणा की है, जो उन्हें हर साल मिलेगा। चुनावी साल में प्रदेश के कर्मचारी संगठन अलग-अलग मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलते रहे हैं और आंदोलन भी करते रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से प्रदेश के साढ़े सात लाख कर्मचारियों और करीब तीन लाख पेंशनर्स को सीधा फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने सपत्नीक 470 जोड़ों को दिया आशीर्वाद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां 470 जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उन्हें कन्या विवाह योजना के तहत मिलने वाली 49-49 हजार रुपए की राशि के चेक भी मौके पर ही सौंप दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘मामा की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब गरीब अभिभावकों को बेटियों के विवाह की चिंता नहीं करनी चाहिए। आजीविका मिशन में बहनों को जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाई जाएगी। हमारा लक्ष्य है, हर बहन की माह में कम से कम 10 हजार रुपये आमदनी हो। मेरी हर बहन लखपति हो। हमें बहनों को मजबूर नहीं रहने देना है, मजबूत बनाना है। प्रदेश में कोई गरीबी में नहीं रहेगा, सरकार आपके साथ है, मामा आपके साथ है।
विश्वास नहीं तोडऩा चाहिए
मुख्यमंत्री चौहान ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विवाह एक पवित्र संस्कार है, पवित्र बंधन है। आपस में मिल-जुल कर साथ रहें। पति पत्नी के बीच का विश्वास नहीं तोडऩा चाहिए। विवाह से दो शरीर एक आत्मा हो जाते हैं। दोनों परिवारों का नाम रोशन करें। सुख और शांति पूर्वक रहें। सम्मेलन में 430 विवाह और 40 निकाह संपन्न हुए हैं।