दतिया: पीतांबरा पीठ के मुख्य आचार्य पं ओम नारायण शास्त्री का गुरुवार की शाम निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. ग्वालियर के हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उन्होंने 90 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर सुनते ही पीठ और दतिया में शोक की लहर दौड़ गई. हर कोई उन्हें अपने तरीके से याद कर रहा है. जानकारी के अनुसार उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को लक्ष्मण लाल मुक्ति धाम में 10:00 बजे किया जाएगा. आचार्य बाल काल से ही पीतांबरा पीठ पर जुड़े हुए थे और मां बगलामुखी की सेवा में अपना ध्यान लगाते थे.
1962 में राष्ट्ररक्षा अनुष्ठान में निभाई अहम भूमिका
सन 1962 में चीन ने भारत पर आक्रमण किया था. उस समय सीमा विवाद को लेकर चीन ने भारत पर हमला बोल दिया था. पीठ से जुड़े कुछ साधक बताते हैं भारत और चीन का युद्ध रोकने के लिए पीतांबरा पीठ पर पूज्य स्वामी जी महाराज ने विशेष अनुष्ठान किया था. जिसमें स्वामी जी महाराज ने आचार्य ओम नारायण शास्त्री जी को भी उस अनुष्ठान में शामिल किया था. उस समय 80 विद्वानों द्वारा ये अनुष्ठान किया गया था, जिसमें दतिया से आचार्य ओम नारायण शास्त्री भी शामिल थे.
गुरु दीक्षा और अनुष्ठान जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निभाया दायत्व
पीठ पर गुरु दीक्षा दिलाने की जिम्मेदारी और अनुष्ठान कराने का जिम्मा भी आचार्य ओम नारायण शास्त्री पर लंबे समय तक रहा. शास्त्री जी ने सन 1962 में स्वामी जी महाराज से दीक्षा ली थी और लंबे समय तक पीठ के पुजारी के रूप में अहम भूमिका निभाई. उसके बाद उन्हें आचार्य का दर्जा दिया गया. पीठ पर कुल चार आचार्य हैं, जिसमें आचार्य ओम नारायण शास्त्री सबसे वरिष्ठ आचार्य थे. पीठ से जुड़े साधक बताते हैं शास्त्री जी ने स्वामी जी महाराज से भी कुछ शिक्षा प्राप्त की और उन्हें संस्कृति व्याकरण में भी महारत हासिल थी.
पीठ प्रबंध महेश दुबे ने कहा, शास्त्री का जाना अपूरणीय क्षति
पीतांबरा पीठ के प्रबंध महेश दुबे का कहना है कि, ''आचार्य ओम नारायण शास्त्री जी का जाना मंदिर के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उन जैसा विद्वान हमारे मंदिर में कोई नहीं है. वह पूज्य स्वामी जी महाराज जी के बहुत करीबी भी थे.'' मंदिर प्रबंधक महेश दुबे ने बताया की उनके अंतिम संस्कार के बाद आज शाम को मंदिर में शोक सभा का भी आयोजन भी किया जाएगा.
शिवराज सहित नेताओं ने जताया दुख
आचार्य पं ओम नारायण शास्त्री के निधन पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस नेता कमलनाथ और नकुलनाथ ने दुख जताया है. शिवराज ने अपने 'X' हैंडल पर लिखा, ''पीतांबरा पीठ दतिया के आचार्य, श्रद्धेय पंडित श्री ओम नारायण शास्त्री जी के देवलोक गमन का समाचार सुनकर हृदय व्यथित है. ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके अनुयायियों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. पूज्य आचार्य जी को भावभीनी श्रद्धांजलि! ।। ॐ शांति ।।.
संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे आचार्य नारायण शास्त्री
वहीं कमलनाथ ने अपने 'X' हैंडल पर लिखा, ''पीतांबरा पीठ दतिया के आचार्य पंडित श्री ओम नारायण शास्त्री जी के ब्रह्मलोक गमन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. पंडित श्री शास्त्री संस्कृत के प्रकांड विद्वान होने के साथ साथ पीतांबरा पीठ दतिया के आचार्य भी थे. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन पीठ के लिए समर्पित कर दिया था. आचार्य जी के निधन से भारत के आध्यात्मिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. परमपिता परमात्मा उन्हें मोक्ष प्रदान करे और उनके भक्तों तथा शिष्यों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे.