भोपाल। भाजपा की प्रदेश कार्यालय में आगामी नीतियों पर चर्चा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आज चुनाव समिति की बैठक हुई है और उम्मीदवारों के नामों को लेकर जो सुझाव आए हैं, उसकी रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी।
संगठन पर्व का दूसरा चरण चल रहा है, जिसके तहत भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत व परिश्रम से मध्यप्रदेश में सदस्यता का नया इतिहास रचेगी। मध्यप्रदेश को विकसित मध्यप्रदेश बनाने की उड़ान जारी है, भाजपा प्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाएगी।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश की चुनाव समिति की बैठक संपन्न हुई है। इस बैठक में आगामी समय में होने वाले विजयपुर और बुधनी विधानसभा उपचुनावों को लेकर चर्चा की गई है। बैठक में समिति के सदस्यों ने कई सुझाव दिए हैं। बैठक में आए इन सभी सुझावों को पैनल बनाकर आज पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया जाएगा।
अभियान का दूसरा चरण 15 अक्टूबर को समाप्त होगा, जिसमें पार्टी तेजी से अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में मध्यप्रदेश में कार्यकर्ताओं की मेहनत से नया इतिहास रचने की उम्मीद है। इसके बाद सक्रिय सदस्य बनाने का अभियान शुरू होगा, जिसमें सभी कार्यकर्ता बूथ स्तर पर सक्रियता से भाग लेंगे।
विपक्ष पर साधा निशाना
शर्मा ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी और उसके प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी राजनीति में धोखे और झूठ का सहारा ले रहे हैं। मध्यप्रदेश की जनता ने पहले ही कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को नकार दिया है, और अब हरियाणा में भी उनकी स्वीकार्यता समाप्त हो गई है। कांग्रेस के पास अब कार्यकर्ताओं की भी कमी है। जीतू पटवारी को यह याद रखना चाहिए कि पंजाब को ‘उड़ता पंजाब’ किसने बनाया था, जो कि कांग्रेस के शासनकाल में हुआ। 2003 से पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, जिसने प्रदेश को गंभीर स्थिति में पहुंचाया।
2003 में जब भाजपा की सरकार बनी, तब प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का कार्य किया गया। मध्यप्रदेश में यदि किसी की उड़ान है, तो वह विकसित मध्यप्रदेश की उड़ान है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन के प्रयासों से संभव हुई है।