भोपाल। मोहन यादव सरकार राज्य में बड़े प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी कर रही है। इसके तहत मुख्य सचिव से लेकर डीजीपी सहित कई जिलों के कलेक्टर भी बदले जाएंगे। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से संकेत मिलते ही सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य सचिव की रेस में अब तक वरिष्ठ आईएएस डॉ. राजेश राजौरा सबसे आगे हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ उनका बेहतर तालमेल देखा जा रहा है। राजौरा को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि राजौरा के अलावा सीनियर आईएएस अनुराग जैन भी सीएस बन सकते हैं। लोकसभा चुनाव से निपटने के बाद अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही नए सिरे से प्रशासनिक जमावट करने की तैयारी में हैं इसकी शुरुआत उन्होंने अपने ऑफिस से कर दी है। अब मंत्रालय और मैदानी स्तर पर अफसरों की नए सिरे से पोस्टिंग होगी। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, डॉ. रजौरा को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया जाना लगभग तय माना जा रहै है। इसीलिए उन्हें अगले 2 महीने मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ किया है, ताकि वे सरकार की प्राथमिकताओं से जुड़ फैसलों को लेकर सभी विभागों के साथ समन्वय बना सकें।
सभी जगह होगा बदलाव
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय से लेकर ग्राउंड तक सभी जगहों पर बदलाव होना तय है। प्रदेश सरकार कई जिलों के कलेक्टरों के साथ पुलिस अधीक्षक भी बदलने की तैयारी है। बता दें कि सरकार छह महीने के कामकाज को आधार बनाते हुए जिलों के कई कलेक्टर और एसपी बदले जाएंगे। इसके साथ ही 2 संभागीय आयुक्त और चार संभागों के आईजी पद पर नई पोस्टिंग हो सकती है। मुख्य सचिव के रिटायरमेंट से लगभग 30 दिन पहले नए मुख्य सचिव को मंत्रालय में ओएसडी बनाया जाता रहा है। सूत्रों का ये भी कहना हैं कि छह माह में डॉ. राजौरा का मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ प्रशासनिक तालमेल बेहतर बना रहा है। प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों में बदलाव मंत्रियों के काम में कसावट लाने के लिए किया जाएगा। यदि कोई मंत्री कामकाज में गड़बड़ी करता है तो ऐसे में सरकार को सीधे समूचे घटनाक्रम की जानकारी आसानी से ले सकेगी। मोहन यादव पूरी तरह से एक्शन मोड में है और प्रदेश को भ्रष्टाचार, अपराध से पूरी तरह से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।