भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को भोपाल पधार रहे हैं। 27 जून को प्रधानमंत्री यहां रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर भोपाल से जबलपुर और भोपाल से इंदौर के मध्य चलने वाली दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री भोपाल में रोड शो करते हुए लाल परेड मैदान में स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुंचेंगे, जहां बूथ पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले देशभर के चुनिंदा भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं का संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री शहडोल के लिए रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री करीब तीन घंटे भोपाल में रहने वाले हैं।
प्रधानमंत्री के आगमन को तेकर प्रशासन और पुलिस तैयारी को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। भोपाल में राजा भोज विमानत से लाल परेड मैदान, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के साथ मोदी के रोड शो वाले सड़क मार्ग की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए चार हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की थ्री लेयर सुरक्षा रहेगी। सबसे बाहरी लेयर में मप्र और एसएएफ के जवान तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए 20 आईपीएस अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं। भोपाल आगमन के दौरान प्रधानमंत्री का सुरक्षा अधिकारी भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा को बनाया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी, एटीएस, हॉकफोर्स के कमांडो और एएसएफ के जवान भी तैनात किए जाएंगे। जिस रूट पर रोड शो होगा, उसे पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।
सुबह से ही बंद रहेंगे लाल परेड मैदान जाने वाले मार्ग
पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए नए शहर खासकर राजभवन, लाल परेड मैदान के आपास के मार्गों को 27 जून का सुबह से ही आम जनता के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। जेल पहाड़ी रोड से बागसेवनिया थाना तिराहा तक का यातायात भी प्रधानमंत्री नरेदं मोदी के भोपाल पहुंचने से एक घंटे पहले जन सामान्य के लिए बंद कर दिया जाएगा।
परिवर्तित मार्ग से निकालेंगे ट्रैफिक
पुलिस आयुक्त मिश्रा ने बताया कि लाल परेड मैदान, मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन के दिन नए शहर के कई बड़े मार्गों का परिवर्तित किया जाएगा, लेकिन यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए यातायात पुलिस 26 जून को परिवर्तिम मार्गों का पूरा चार्ट जारी करे देगी, ताकि किसी भी व्यक्ति को आवागमन में व्यवधान न हो। बताया जाता है नए शहर के अधिकांश बड़े मार्गों को उस दिन आम जनता के लिए बद कर परिवर्तित मार्ग से ट्रैफिक को निकाला जाएगा।