भोपाल। प्रदेश के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों के नियमावली 2004 नियुक्त शिक्षक अपनी बहुप्रतीक्षित शासन में संविलियन की मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई की रणनीति तैयार कर रहे हैं। यह शिक्षक इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेजों की आयोजित होने वाली परीक्षाओं का 3 जुलाई से बहिष्कार करेंगे। यह निर्णय तकनीकी शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष की अध्यक्षता में गूगल मीट पर हुई बैठक में लिया गया है। प्रो. चौरसिया ने बताया कि इस बैठक में एक दर्जन मुद्दों पर चर्चा कर निर्णय लिए गए। तकनीकी शिक्षकों एक सूत्रीय संविलियन की मांग को लेकर पिछले दो वर्षों में कुलपति, प्रमुख सचिव और तकनीकी शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अनेक ज्ञापन सौंपे गए।
लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया। संघ मांग करता है कि नियमावली 2004 नियुक्त शिक्षकों का संविलियन शासन में किया जाए, इसी मांग को ध्यान में रखते हुए शासन का ध्यान आकर्षित करने हेतु संघ ने निर्णय लिया है कि 3 जुलाई से प्रदेश के समस्त इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेजों में परीक्षा का बहिष्कार किया जाएगा एवं परीक्षा कार्य नहीं किया जाएगा। इसमें परीक्षा के साथ कॉपियों का वैल्यूएशन और अन्य कार्य में शिक्षकों द्वारा सहयोग नहीं किया जाएगा।
संघ का प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देगा
प्रो. चौरसिया ने कहा कि इस आशय का पत्र तकनीकी शिक्षक संघ द्वारा शीघ्र ही कुलपति राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, सचिव पॉलिटेक्निक महाविद्यालय एवं परीक्षा नियंत्रक को सौंपा जाएगा। इसके अलावा वित्त मंत्री, तकनीकी शिक्षा मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को संघ का प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देगा। मीटिंग में प्रदेश भर के कॉलेजों और यूआईटी के 90 शिक्षक उपस्थित हुए। इसमें मुख्य रूप से डॉ. वीरेंद्र कुमार, डॉ. मनीष अहिरवार, प्रो. पीएल वर्मा, प्रो. राजेश कुमार दुबे आदि शामिल हैं।